Delhi News: दक्षिण-पूर्व दिल्ली के ओखला फेज-2 में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया गया और यहां जेजे क्लस्टर को ढहाया गया. यहां रह रहे लोगों का आरोप है कि वे कई वर्षों से रह रहे हैं और उन्हें अपना सामान बाहर निकालने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया. इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था. बता दें कि दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया जा रहा है. 


इलाके में रहने वाले युवक धीरज ने कहा कि उन्हें दो दिन पहले ही बुलडोजर से झुग्गी गिराने का नोटिस मिला था. उसने बताया कि प्रशासन के लोग सुबह करीब 10 बजे अपना बुलडोजर लेकर यहां आ गए थे. उन्होंने कहा कि हमें अपने घरों से अपना सामान निकालने का समय नहीं दिया गया.  यहां करीब 50 झुग्गियां तोड़ी जा रही हैं. हम यहां कई वर्षों से रह रहे हैं.


लोगों को वैकल्पिक जगह तलाशने का नहीं मिला अवसर
एक अन्य निवासी अनिल कुमार ने बताया कि कई परिवार पिछले 40 वर्षों से यहां रह रहा है. हम अब कहां जाएंगे. हमें वैकल्पिक जगह की व्यवस्था करने का समय नहीं मिला जहां हम अपना सामान रख सकें. वहीं, पुलिस का कहना है कि झुग्गी गिराए जाने के दौरान इलाके में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे. विध्वंस की कार्रवाई अभी भी जारी है. 


इन इलाकों में भी चला अतिक्रमण रोधी अभियान
बता दें कि अगस्त के महीने में ही इससे पहले भलस्वा में एमसीडी ने डेमोलेशन ड्राइव चलाया था जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया था. अगस्त की शुरुआत में खैबर पास इलाके में बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया गया था. उस वक्त भी पुलिस बल की मौजूदगी में विध्वंस की कार्रवाई की गई थी. 


जुलाई में यहां चला था बुलडोजर
वहीं, जुलाई के महीने में एमसीडी ने सिविल लाइंस, शाहदरा और नजफगढ़ इलाके में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया था. इसका उद्देश्य फुटपाथ पर दुकानदारों द्वारा किए गए अनाधिकृत विस्तार को हटाना था. स्थानीय निवासियों की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई थी.


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