Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा-ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के साथ-साथ दक्षिणी दिल्ली से पूर्वी दिल्ली के बीच आवाजाही सुगम करने के लिए दिल्ली के सबसे लंबे बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर की शुरुआत का लोग लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं. यह परियोजना किसी न किसी कारण से लगातार लेट होती आई है. अब इस परियोजना के फेज-3 की सारी अड़चनों को खत्म कर दिया गया है.
उपराज्यपाल विनय सक्सेना के हस्तक्षेप के बाद परियोजना के लिए जरूरी दो एकड़ जमीन पीडब्लूडी को उपलब्ध करा दी गई है. अब इस साल अक्टूबर महीने तक इसका काम खत्म हो जाने की उम्मीद जताई जा रही है. इसकी शुरुआत से पूर्वी दिल्ली से दक्षिणी दिल्ली तक आवागमन काफी सुगम हो जाएगा और इससे लोगों का काफी समय भी बचेगा.
ढाई एकड़ जमीन न मिल पाने से फेज-3 का काम अटका पड़ा था
वर्ष 2014 में शिलान्यास के बाद बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजना के काम की शुरुआत 2015 में हुई थी. 2017 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. उस समय यहां पर कुल 8.5 एकड़ जमीन की जरूरत थी. मगर कई कोशिश के बाद भी निर्माण के लिए सिर्फ 6 एकड़ जमीन का ही अधिग्रहण हो पाया. निर्माण के लिए नांगली रजा गांव की दो से ढाई एकड़ जमीन का हिस्सा नहीं मिलने से 690 मीटर का एक एलिवेटेड हिस्से का निर्माण रुका हुआ था. जिसके कारण परियोजना की लागत भी 362 करोड़ रुपये बढ़ गई. इसे मार्च 2023 तक पूरा कर लेने का नया लक्ष्य निर्धारित किया गया. लेकिन जमीन नहीं मिलने की वजह से यह योजना अटकती रही. फिर यमुना में आई बाढ़ से इसकी समय सीमा सितंबर, 2023 फिर दिसंबर 2023 की गई. मगर जमीन की अड़चन खत्म नहीं हो रही थी.
रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने जमीन पीडब्लूडी को सौंपा
निर्माण के लिए यहां दो जगहों पर कुल 2779.09 वर्गमीटर जमीन नहीं मिलने में देरी हो रही थी. बीते नवंबर महीने में उपराज्यपाल ने लगातार हो रही देरी को लेकर बैठक की. रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने जनवरी में जमीन अधिग्रहण करके पीडब्लूडी को सौंप दी है. इस कॉरिडोर की शुरुआत के बाद पूर्वी दिल्ली, मयूर विहार या नोएडा से आने वाला ट्रैफिक जो वर्तमान में सराय काले खां होकर दक्षिणी दिल्ली जाता है, वह बारापुला फेज तीन से सीधे निकल सकेगा.
साढ़े 9KM का स्ट्रेच हो जाएगा सिग्नल फ्री
बता दें कि इस परियोजना के तहत मयूर विहार फेज-1 से सराय काले खां तक साढ़े 3 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा है. इसके पूरा हो जाने के बाद मयूर विहार फेज-1 से एम्स तक साढ़े 9 किलोमीटर का कॉरिडोर सिग्नल फ्री हो जाएगा, जिससे पूर्वी दिल्ली से दक्षिणी दिल्ली और IGI एयरपोर्ट तक आवाजाही आसान हो जाएगी. यह कॉरिडोर 8 लेन का है, जिसकी चौड़ाई 35 मीटर है.
कॉरिडोर की शुरुआत से होंगे ये फायदे
बारापुला फेज-3 का निर्माण पूरा होने के बाद दिल्ली-नोएडा (यूपी लिंक रोड) से बारापुला फेज-3 की सीधी कनेक्टिविटी होगी. पूर्वी दिल्ली के लोग दक्षिणी दिल्ली जाने के लिए अभी एनएच-24 का प्रयोग करते हैं. निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नोएडा से आने वाला ट्रैफिक जो अक्षरधाम के रास्ते सराय काले खां होकर दक्षिणी दिल्ली जाता है, वह भी मयूर विहार से बरापुला फेज-3 के जरिए दक्षिणी दिल्ली जा सकेगा. इससे पूर्वी दिल्ली के लोगों का एम्स तक का सफर भी आसान हो जाएगा और उन्हें रिंग रोड पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे एनएच-24, रिंग रोड, सराय काले खां वाले हिस्से पर ट्रैफिक का दबाव भी कम हो जाएगा.