Delhi: कैशबैक मनी कूपन स्क्रैच करने वाले सावधान! ठगों ने देश भर में 100 से ज्यादा लोगों को बनाया शिकार
Delhi Cyber Crime: साइबर थाने की पुलिस टीम ने ऑनलाइन ठगों के एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो फेसबुक पर लोगों को कैशबैक मनी स्क्रैच कूपन का झांसा देकर उनसे ठगी की वारदात को अंजाम देते थे.
Delhi News: शाहदरा जिले की साइबर थाने की पुलिस टीम ने ऑनलाइन ठगों के एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो फेसबुक पर लोगों को कैशबैक मनी स्क्रैच कूपन का झांसा देकर उनसे ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. इस मामले में पुलिस ने 6 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान, धीरज, नीतीश कुमार, चिंटू कुमार, यश राज पटेल, रितेश कुमार और सौरभ के रुओ में हुई है. ये सभी बिहार के नालंदा और शेखपुरा जिले के रहने वाले हैं. इनके कब्जे से पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त 11 मोबाइल फोन, 10 से ज्यादा सिमकार्ड और 07 डेबिट कार्ड बरामद किया है. आरोपियों ने मिल कर देश भर में 100 से ज्यादा ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.
485 का रिफंड का झांसा देकर उड़ाए साढ़े 8 लाख
डीसीपी सुरेंद्र चौधरी से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, 27 नवंबर को साइबर पुलिस थाने को दी गयी शिकायत में परवाना रोड की रहने वाली इंदु कपूर ने बताया कि साइबर ठगों ने उनके बैंक खाते से साढ़े 8 लाख रुपये उड़ा दिए. उन्होंने बताया कि उनके फेसबुक पेज पर पोस्ट किए हुए एक कैशबैक कूपन को स्क्रैच करने पर उनके बैंक खाते से 485 रुपये कट गए, जिसका ट्रांजेक्शन पेटीएम के माध्यम से हुआ था. इसके तुरंत बाद उन्हें एक अंजान नम्बर से कॉल आया, जिसमें कॉलर ने उन्हें बताया कि 485 रुपये के रिफंड के लिए वे उन्हें एक बार कोड भेज रहे हैं, जिसे स्कैन कर मांगी गई जानकारियों को वे भर दें. कॉलर के निर्देशानुसार शिकायतकर्ता ने बार कोड स्कैन कर उनमें बैंक डिटेल एवं अन्य जानकारियों को दर्ज कर दिया. जिसके करते ही उनके एकाउन्ट से साढ़े 8 लाख रुपये निकल गए.
एसीपी और एसएचओ को दी गयी जिम्मेदारी
डीसीपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए शाहदरा के एसीपी ऑपरेशन गुरुदेव सिंह और एसएचओ संजय कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर अवधेश कुमार, अश्विनी, एएसआई राखी, हेड कॉन्स्टेबल विकास एवं अन्य की टीम का गठन कर मामले की छानबीन एवं आरोपियों की पकड़ के लिए लगाया गया था.
टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इनफॉर्मर की मदद से पकड़ाए
जांच में जुटी पुलिस टीम ने संबंधित मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल रेकॉर्ड, ट्रांजेक्शन के IPDR और बैंक खाते से जुड़े मोबाइल नम्बर की जानकारियों को प्राप्त कर उनका विश्लेषण किया. पुलिस ने पारंपरिक तरीकों को अपनाते हुए लोकल इनफॉर्मर को भी सक्रिय किया साथ ही टेक्निकल सर्विलांस भी लगाया गया. जिनसे प्राप्त जानकारियों से पुलिस को आरोपियों के यूपी के गाजियाबाद स्थित खोड़ा कॉलोनी में होने का पता चला. जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस ने छापेमारी कर छह आरोपियों को दबोच लिया.
पहले छोटी रकम चुराते, फिर बड़ी रकम उड़ा डालते
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक सहयोगी काजिम, फेसबुक/इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर स्क्रैच कार्ड/कूपन पोस्ट करता था. जब कोई उस कूपन/कार्ड को स्क्रैच करता था तो वे उनके खाते से 400-500 रुपये निकाल लेते थे. इसके बाद वो उनके नाम, यूपीआई आईडी और काटे गए रकम की जानकारी को सेव कर के रख लेते थे. जिसे काजिम उन्हें दे देता था, जिसका इस्तेमाल कर वो लोगों के एकाउन्ट से पैसे उड़ाते थे. वे लोगों को लालच देकर झाँसे में लेते थे फिर कॉल कर उनकी जानकारी हांसिल कर उनके साथ ठगी करते थे.
देश भर में 100 से भी ज्यादा वारदातों को दे चुके हैं अंजाम
इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुट कर उनके साथियों की तलाश में लग गयी है. अब तक कि जांच में पुलिस को 100 से भी ज्यादा मामलों का पता चला है जिसमें देश के अलग-अलग हिस्से में रहने वाले लोगों के साथ इस तरह से ठगी की गई है. गिरफ़्तार सभी आरोपियों की उम्र 21 से 24 साल के बीच है.
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