दिल्ली के भलस्वा लैंडफिल में मंगलवार को लगी भीषण आग अभी तक नहीं बुझाई जा सकी है. गुरुवार को तीसरे दिन भी फायर डिपार्टमेंट की कोशिश आग को बुझाने में लगी हुई है. लैंडफिल साइट पर दमकल विभाग की गाड़ियां आग बुझाने के लिए मौके पर तैनात हैं लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल रही है. भलस्वा लैंडफिल पर लगी आग तीन दिन बाद भी नहीं बुझने रही आगे के पीछ कई वजह बताई जा रही हैं. इस घटना पर दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर अतुल गर्ग ने कहा कि लैंडफिल्स की आग बुझाने में समय लगता है. इसके पीछे कई वजहें हैं जिसमें पहली जगह ये है कि आग कई जगहों पर लगी है और लगातार वाटर सप्लाई का अभाव भी है. इसके साथ ही कूड़े के पहाड़ पर चढ़ने में भी खतरा रहता है.
भलस्वा लैंडफिल में लगी आग की वजह से स्थानीय लोगों को भी सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही है. दिल्ली की एयर क्वालिटी पर इस लगी भीषण आग से काफी प्रभाव पड़ रहा है. इस आग की वजह से एक ही दिन में राजधानी में प्रदूषण का स्तर सामान्य से बदलकर बेहद खराब हो गया है. भलस्वा के नजदीक बने एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन का नाम धीरपुर है, जहां पर धीरपुर में एक्यूआई का स्तर 400 के आसपास चल रहा है.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकॉस्टिंग एंड रिसर्च के फाउंडर व डायरेक्टर डॉ गुफरान बेग ने कहा किसी भी क्षेत्र में लगी आग का प्रदूषण पर असर तब पड़ता है, जब वह बड़े इलाके में लगे और अधिक समय तक लगे. भलस्वा लैंडफिल साइट की आग दोनों ही पैमाने पूरे कर रही है, इस आग के बाद राजधानी के प्रदूषण स्तर में एकाएक बदलाव आया है.