Delhi News: दिल्ली की भूत वाली गली में 1 रुपये में मिलता है भरपेट खाना, हर दिन इतने लोग भरते हैं पेट
Nangloi News: दिल्ली के नांगलोई में स्थित श्याम रसोई में शुरुआत में 10 रुपये में लोगों को पेट भर खाना मिलता था, लेकिन कोरोना काल के बाद इसकी कीमत 1 रुपये कर दी गई और वो अब तक जारी है.
Shri Shyam Rasoi News: आज के समय में जहां हर चीज महंगी हो चुकी है, खाने-पीने से लेकर बनाने तक के सामानों की कीमतें आसमान छू रही हैं. वैसे में आप 1 रुपये में किसी भी ऐसी चीज को खरीदने की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं, जो आपकी थोड़ी भी भूख को शांत कर सके. हालांकि आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां 1 रुपये में भर-पेट स्वादिष्ट भोजन लोगों को मिलता है और हर दिन लगभग हजार लोग वहां पहुंच कर मात्र 1 रुपये में अपना पेट भर पाते हैं.
हर दिन अलग-अलग सब्जियां परोसी जाती हैं
नांगलोई स्थित भूत वाली गली के श्री श्याम रसोई में काफी संख्या में लोग भोजन करने आते हैं. यहां पर वो लोग सिर्फ 01 रुपये दे कर अपना पेट भरते हैं. आज जहां 1 रुपये में अच्छी टॉफी भी नहीं मिलती है, वहीं यहां पर 1 रुपये में भर पेट स्वादिष्ट भोजन मिल जाता है. यहां हर दिन अलग-अलग तरह की 3 सब्जियां, चावल, पूरी और हलवा खाने में लोगों को दिया जाता है.
लोगों से दान में लेते हैं राशन
इस रसोई की शुरुआत 28 जनवरी 2020 में हुई. इस श्याम रसोई में शुरुआत में 10 रुपये में लोगों को पेट भर खाना मिलता था, लेकिन कोरोना काल के बाद इसकी कीमत 1 रुपये कर दी गई और वो अब तक जारी है. इसके संचालक प्रवीण कुमार ने बताया की श्री श्याम रसोई एक चैरिटेबल संस्था है और ये सभी के सहयोग से चलाई जा रही है. ये लोगों से दान स्वरूप में राशन आदि सामग्री लेते हैं और फिर उन लोगों के पेट को भरते हैं जिनके पास अपनी भूख मिटाने के भी पैसे नहीं होते हैं.
हर दिन हजार लोग खाते हैं खाना
श्याम रसोई में सुबह 11 बजे से लोगों को खाना खिलाना शुरू किया जाता है, जो लगभग डेढ़ बजे तक चलता है. हर दिन तकरीबन 01 हजार लोग इस रसोई में खाने के लिए आते हैं, जिनसे सिर्फ 1 रुपये सहयोग राशि के रूप में ली जाती है. इस रसोई का उद्देश्य है कि लोग भूखे उठें, लेकिन भूखे सोएं नहीं.
भूखे जगें लेकिन भूखे ना सोएं
इस संस्था के उद्देश्य के बारे में संस्थापक ने बताया कि उनकी शाम के भोजन की भी शुरुआत करने की योजना है. लोगों का सहयोग रहा तो जल्द ही शाम के वक्त भी वो उन लोगों की भूख को मिटा पाएंगे जो पैसों के आभव में भूखे सोने को मजबूर हो जाते हैं. जब से इस रसोई की शुरुआत हुई है, तभी से कुछ लोग लगातार यहां पर अपना पेट भरने के लिए आते हैं.