Delhi News: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाला मामले में सशर्त जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद से यह कह कर इस्तीफा दे दिया था कि वे जनता की अदालत में जाएंगे और जनता से क्लीन-चिट के तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव में जीत मिलने के बाद ही वे अब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगे.


इस्तीफा देने के बाद रविवार को वे पहली बार जंतर-मंतर पर सार्वजनिक तौर पर जनता से रु-ब-रु हुए, जहां उन्होंने जनता के सामने अपनी बातें रखीं. लेकिन बीजेपी ने केजरीवाल की जनता अदालत को फ्लॉप करार दिया.


 वीरेंद्र सचदेवा ने साधा निशाना


दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने जंतर-मंतर पर आयोजित केजरीवाल के कार्यक्रम पर तंज कसते हुए इसे फ्लॉप करार दिया. उन्होंने केजरीवाल की जनता दरबार पर तंज कसते हुए कहा कि इससे पहले केजरीवाल ने 2015 में जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. आज जनता अदालत का सपना दिखाया तो वहां से भी वे कुछ मिनटों का भाषण करके निकल गए. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपने दस साल के भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे शासन के बाद दूसरे राजनीतिक दलों से प्रश्न पूछने और भ्रष्टाचार पर बोलने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं. 


वीरेंद्र सचदेवा ने मांगे केजरीवाल से इन पांच प्रश्नों के जवाब


उन्होंने केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि वे बीजेपी के इन पांच प्रश्नों का जवाब दें.


1. आपने अन्ना हजारे से विश्वासघात क्यों किया?


2. आपने किरण बेदी, शाजिया इल्मी से लेकर कुमार विश्वास, राजकुमार आनंद तक का विश्वास क्यों तोड़ा?


3. आपने कांग्रेस से गठबंधन करके अपने बच्चों की कसमों को झूठा किया, क्यों किया बच्चों से विश्वासघात?


4. आपने लोकपाल को अपना आदर्श बताया था पर आज तक लोकपाल नियुक्ति के लिए कुछ नहीं किया, आखिर क्यों किया आदर्शों से विश्वासघात?


5. आप भ्रष्टाचार विरोधी मंच बनाकर राजनीति में आये थे पर आज आपकी सरकार ने जन भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए देशवासियों की वैकल्पिक राजनीति और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की उम्मीदों से आखिर क्यों किया विश्वासघात ?


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