Lok Sabha Election 2024: दिल्ली की सातों लोकसभा सीट जीतने के लिए 10 दिन में चुनावी बिसात बिछाएगी बीजेपी, जानें क्या है तैयारी?
Delhi Politics: दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता खेमचंद शर्मा ने कहा कि 70 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर दिल्ली सेवा कानून की आवश्यकता के बारे में लोगों को जानकारी देंगे .
Delhi News: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) की तैयारी को तेज कर दी है. कुछ दिन पहले जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से राजधानी दिल्ली के सभी सात लोकसभा सीटों के लिए प्रभारियों की नियुक्ति की गई थी, वहीं अब दिल्ली के घर-घर पहुंचने के लिए जन सूचना अभियान शुरू किया गया है. जन सूचना अभियान के जरिए दिल्ली बीजेपी (Delhi BJP) के नेता अगले 10 दिनों तक दिल्ली के सभी 70 विधानसभा में जाकर सीधे जनता से जुड़ेंगे. इस अभियान के साथ दिल्ली बीजेपी के बड़े नेता भी लोगों से घर-घर जाकर मुलाकात करेंगे.
जन सूचना अभियान का मकसद
दिल्ली बीजेपी नेता अब राजधानी के लोगों को समझाएंगे की दिल्ली सेवा कानून की आवश्यकता क्यों पड़ी और अब जन सूचना अभियान शुरू करने का पार्टी ने फैसला क्यों लिया? दरअसल, जन सूचना अभियान के माध्यम से बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता सीधे लोगों से संपर्क करेंगे. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता खेमचंद शर्मा ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान बताया कि आने वाले 10 दिनों तक दिल्ली के प्रत्येक 70 विधानसभा में 7 मोबाइल वैन के माध्यम से दिल्ली बीजेपी के कार्यकर्ता घर-घर तक पहुंचेंगे. जहां वह लोगों को दिल्ली सेवा बिल लाने की आवश्यकता के बारे में बताएंगे.
सभी सीटों पर जीत की तैयारी
उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता इसके अलावा, वर्तमान केजरीवाल सरकार की नीतियों के दुष्परिणामों के बारे में भी जनता को जानकारी देंगे. राजधानी के 70 विधानसभा क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं के अभाव और बदहाली को लेकर भी आमजन तक संदेश पहुंचाया जाएगा. इस दौरान दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता, लोकसभा सांसद भी जन सूचना अभियान के माध्यम से दिल्ली के प्रत्येक घर तक पहुंचेंगे. 2014 और 2019 के इतिहास को दोहराते हुए दिल्ली बीजेपी 2024 में भी सातों लोकसभा सीट पर बड़ी जीत हासिल करेगी.
2024 में मुकाबला होगा दिलचस्प
साल 2014 और 2019 की तुलना में 2024 चुनाव की लड़ाई दिल्ली के प्रत्येक लोकसभा सीटों पर बेहद दिलचस्प होगी. इसकी वजह बिल्कुल साफ है कि बीते सालों की तुलना में आम आदमी पार्टी का कद दिल्ली के साथ-साथ बाकी राज्यों में भी बढ़ा है. इसके अलावा, दिल्ली में तीसरी सबसे प्रमुख दल कांग्रेस पार्टी ने भी आम आदमी पार्टी को समर्थन के संकेत दिए हैं. ऐसे में अगर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी कुछ सीटों पर गठबंधन करके सातों लोकसभा सीटों पर बीजेपी के खिलाफ ताल ठोकते हैं तो राजधानी के लोकसभा सीटों पर मुकाबला बेहद रोमांचक होगा.
सीधे जनता से जड़ने की रणनीति
फिलहाल, भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में पहले ही अपनी लोकसभा चुनावी तैयारीयों को तेज कर दिया है. सभी सीटों पर प्रभारी की नियुक्ति के साथ-साथ जनसंपर्क के माध्यम से सीधे जनता से जुड़ने का फैसला लिया है. राजधानी में दिल्ली सेवा कानून का मुद्दा भी चुनावी केंद्र में होगा, क्योंकि इस कानून के मुद्दे पर चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा था कि इस बार दिल्ली में सातों लोकसभा सीट पर बीजेपी की हार होगी. वहीं दूसरी तरफ दिल्ली बीजेपी इस कानून के मुद्दे को लेकर ही जन सूचना अभियान के माध्यम से लोगों के घरों तक पहुंच रही है. ऐसे में देखना होगा की जनता किस पर भरोसा करती है.