Delhi News: देश के अलग-अलग हिस्सों में पवित्र धर्म ग्रंथ रामचरितमानस को लेकर जारी आपत्तिजनक बयान पर विवाद के बाद अब दिल्ली में भी सियासत तेज हो गई है. बुधवार को दिल्ली विधानसभा में बजट सत्र के अंतिम दिन आम आदमी पार्टी के विधायक व सरकार में पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने महिला सुरक्षा मुद्दे पर बोलते हुए श्रीरामचरितमानस की चौपाई पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि इसमें निम्न वर्ग के लोगों के लिए मारने पीटने और त्यागने  तक की बात कही गई है, जिसे कैसे स्वीकार किया जा सकता है.


दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम के इस बयान के बाद बीजेपी पूरी तरह से हमलावर है. दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता हरीश खुराना का कहना है कि एक बार फिर से आम आदमी पार्टी का हिंदू विरोधी चेहरा सामने आ चुका है. गौतम के बयान से साफ है कि आप अंदर से कुछ और बाहर से कुछ और दिखाई देती है. 


बता दें कि बजट सत्र के अंतिम दिन आम आदमी पार्टी के विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने दिल्ली विधानसभा में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर रामचरितमानस पर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा कि प्राचीन धर्म ग्रंथ के चौपाई में एक विशेष जाति और महिला वर्ग को  समाज से बहिष्कृत करने और उन्हें मारने पीटने तक की बात कही गई है. ऐसे में रामचरितमानस को कैसे स्वीकार किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस ग्रंथ के चौपाई में संशोधन करने की जरूरत है. इससे पहले बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भी इस मसले पर अपत्तिजनक बयान दिया था. 


AAP का हिंदू विरोधी चेहरा सामने आया


राजेंद्र पाल गौतम के इस बयान को लेकर एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान बीजेपी प्रवक्ता खेमचंद शर्मा ने कहा की एक बार फिर से आम आदमी पार्टी का हिंदू विरोधी चेहरा सबके सामने आ चुका है. श्रीरामचरितमानस जिसको केवल सनातन संस्कृति ने नहीं बल्कि पूरे विश्व ने स्वीकार कर लिया है. इसके बावजूद आम आदमी पार्टी के विधायक केवल अपने वोट बैंक को साधने के लिए और विशेष समुदाय को खुश रखने के लिए हिंदू धर्म ग्रंथ के लिए ऐसी बातें कह रहे हैं . इसे कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा.  सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार का यह महापाप है.


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