PM Modi Degree Remark: दिल्ली: 'सारे चोर मिलकर कुर्ता फाड़ रहे हैं कि...', मनीष सिसोदिया को लेकर कपिल मिश्रा का बड़ा बयान
Delhi Politics: कपिल मिश्रा ने कहा कि, 'दो दिन पहले मनीष सिसोदिया को कोर्ट ने कहा कि 100 करोड़ की रिश्वत के मबूत मिले है और अब ये सारे चोर मिलकर कुर्ता फाड़ रहे हैं कि देश का प्रधानमंत्री कैसा हो.
Kapil Mishra Attacks Manish Sisodia: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नाम पत्र लिखा. इसके बाद से बीजेपी लगातार आप सरकार पर जमकर निशाना साध रही है. ऐसे में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) ने आप सरकार पर हमला बोला है. कपिल मिश्रा ने कहा कि, 'दो दिन पहले मनीष सिसोदिया को कोर्ट ने कहा कि 100 करोड़ की रिश्वत के सबूत मिले है. इसके साथ ही कल सत्येंद्र जैन को हाई कोर्ट ने कहा कि जैन ब्लैक मनी का धंधा चलाता था और अब ये सारे चोर मिलकर कुर्ता फाड़ रहे हैं कि देश का प्रधानमंत्री कैसा हो.'
दरअसल, मनीष सिसोदिया ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर पूछा था कि क्या नाली की गंदी गैस से चाय या खाना बनाया जा सकता है? नहीं! जब प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि बादलों के पीछे उड़ते जहाज को रडार नहीं पकड़ सकता तो पूरी दुनिया के लोगों में वो हास्य के पात्र बनते हैं. स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे उनका मजाक बनाते हैं. उनके इस तरह के बयान देश के लिए बेहद खतरनाक हैं. इसके कई नुकसान हैं- जैसे पूरी दुनिया को पता चल जाता है कि भारत के प्रधानमंत्री कितने कम पढ़े- लिखे हैं और उन्हें विज्ञान की बुनियादी जानकारी तक नहीं है.
दो दिन पहले मनीष सिसोदिया को कोर्ट ने कहा कि 100 करोड़ की रिश्वत के साक्ष्य है
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) April 7, 2023
कल सत्येंद्र जैन को हाई कोर्ट ने कहा कि जैन ब्लैक मनी का धंधा चलाता था
अब ये सारे चोर मिलकर कुर्ता फाड़ रहे है कि देश का PM कैसा हो
पीएम मोदी को लेकर लिखी ये बात
मनीष सिसोदिया ने आगे लिखा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी का एक वीडियो देखा था, जिसमें वो बड़े गर्व के साथ कह रहे हैं कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं. केवल गांव के स्कूल तक ही उनकी शिक्षा हुई. क्या अनपढ़ या कम पढ़ा-लिखा होना गर्व की बात है? जिस देश के प्रधानमंत्री को कम पढ़े-लिखे होने पर गर्व हो, उस देश में एक आम आदमी के बच्चे के लिए अच्छी शिक्षा का कभी इंतजाम नहीं किया जाएगा. हाल के वर्षों में 80,000 सरकारी स्कूलों को बंद किया जाना इस बात का जीता जागता प्रमाण है. ऐसे में मेरा भारत कैसे तरक्की करेगा? आप अपनी छोटी सी कंपनी के लिए एक मैनेजर रखने के लिए भी एक पढ़े-लिखे व्यक्ति को ही ढूंढ़ते हैं. क्या देश के सबसे बड़े मैनेजर को पढ़ा लिखा नहीं होना चाहिए?