Delhi News: दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और बदरपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक रामवीर सिंह ​बिघूड़ी रविवार को यमुना संसद द्वारा आयोजित यमुना पूजन समारोह में शामिल हुए. इस दौरान वह कालिंदी कुंज स्थित यमुना घाट पर मानव श्रृंखला में भी शामिल हुए. यमुना पूजन में हिस्सा लेने के बाद उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने यमुना सफाई के नाम पर प्रदेश की जनता के साथ अभी तक विश्वासघात किया. इस दौरान केंद्र सरकार ने हजारों करोड़ रुपए यमुना को प्रदूषणमुक्त करने के लिए जारी किए, लेकिन सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार ने यमुना की सफाई के नाम पर पिछले आठ साल के दौरान कुछ नहीं किया. 


दिल्ली विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि पिछले आठ सालों में यमुना की सफाई के लिए केंद्र ने दिल्ली सरकार को 8500 करोड़ रुपए मुहैया कराए. सीएम अरविंद केजरीवाल सरकार ने साल 2013 से 2015 के दौरान लोगों से यमुना को प्रदूषणमुक्त करने का वादा बार-बार किया था, लेकिन केंद्र से पैसा जारी होने के बाद भी इस दिशा में कुछ नहीं किया. न ही दिल्ली सरकार ने केंद्र को 8500 करोड़ रुपए कहां खर्च हुए, इसका हिसाब दे पा रही है. इस बाबत बार-बार जानकारी मांगने के बाद भी प्रदेश सरकार कोई जवाब देने के लिए तैयार नहीं है. 


 यमुना में डुबकी लगाने का किया था वादा


रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार की ओर से जारी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि यमुना पहले से 200 गुना ज्यादा प्रदूषित हो गई है. उन्होंने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि 2020 तक यमुना को पूरी तरह प्रदूषणमुक्त कर लोगों के साथ वो खुद भी डुबकी लगाएंगे. उनके वो वादे अभी तक पूरे नहीं हुए. उन्होंने सवाल किया कि क्या दिल्ली के सीएम लोगों के साथ यमुना में डुबकी लगाएंगे? 


एनजीटी ने LG को सौंपी सफाई की जिम्मेदारी


अभी तक देश की सर्वोच्च अदालत खुद यमुना सफाई की निगरानी कर रही थी. यमुना सफाई का काम तय समय में पूरा न होने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने ये जिम्मेदारी अब दिल्ली के एलजी विनय सक्सेना को सौंपी है. बीजेपी नेता ने कहा कि इस दिशा में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना प्रयासरत हैं. मुझे उम्मीद है कि देर से ही सही, आप सरकार एलजी के साथ सहयोग करते हुए केंद्र की ओर से जारी 8500 करोड़ रुपए यमुना की सफाई पर खर्च करने का काम करेगी. 


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