Delhi News: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने कोविड-19 काल के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के बंगले के नवीनीकरण और पुनर्निर्माण में हुई वित्तीय और प्रशासनिक अनियमितताओं की सीएजी जांच (CAG special Audit) शुरू होने का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि सीएजी देश में ऑडिट की सर्वोच्च प्रतिष्ठा वाली संस्था है. इसकी जांच से जल्द ही पता चलेगा कि किसके दबाव में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने कानूनों का उल्लंघन किया. मुख्यमंत्री के लिए आलीशान बंगले का निर्माण किया. अन्यथा वे केवल टाइप सेवन बंगले के आवास के लिए पात्र थे.
सीएजी जांच से यह तथ्य सामने आएगा कि कैसे सीएम अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा बंगले के लिए बार-बार राशि स्वीकृत की गई. आप सरकार ने ऐसे निर्माण के लिए बजट जारी किया जिसका स्वामित्व शीर्षक स्पष्ट नहीं था. इतना ही नहीं, दिल्ली शहरी कला आयोग और दिल्ली नगर निगम जैसे संबंधित विभागों ने पीडब्ल्यूडी को इस सीएम आवास निर्माण की इजाजत नहीं दी थी. दोनों विभागों के अधिकारियों ने पीडब्लूडी की रिक्वेस्ट को खाजिर कर दिया था.
अब दिल्ली के सीएम करेंगे सीएजी का विरोध
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आज हमें साल 2011-12 के दिन याद आ रहे हैं. जब सीएम अरविंद केजरीवाल ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार खासकर 2जी और 3जी घोटाले में मंत्री कपिल सिब्बल और ए राजा की भूमिका की सीएजी जांच की मांग की थी. इसके उलट आज हम सीएम केजरीवाल को सीएजी जांच का विरोध करते हुए देखेंगे. अब सीएजी का हथौड़ा उन पर ही पड़ने वाला है.
बता दें कि पिछले कुछ माह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास निर्माण को लेकर दिल्ली में सियासी तूफान की स्थिति है. बीजेपी और कांग्रेस ने इस मामले का खुलासा होने के बाद सीएजी जांच की मांग की थी. एलजी ने हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय से सीएम आवास निर्माण मामले में बरती गई अनियमितताओं की जांच की सिफारिश की थी. वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं को कहना है कि बीजेपी वाले बेवजह इसे तूल दे रहे हैं.