Delhi News: दिल्ली के शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर पूछताछ के लिए सम्मन भेजा है. ईडी ने सीएम केजरीवाल को 21 दिसंबर को जांच में शामिल होने के लिए तलब किया है. जबकि वे आज से 10 दिवसीय विपश्यना योग सत्र में शामिल होने के लिए जाने वाले हैं. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि सीएम विपश्यना योग अभ्यास के लिए 10 दिवसीय प्रवास के लिए निकलते हैं या फिर ईडी के सम्मन को गंभीरता से लेते हुए उसे तरजीह देते हैं.
बहानेबाजी के बिना जांच में शामिल हों केजरीवाल: वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि ईडी ने दूसरी बार सीएम केजरीवाल को तलब किया है. इस बार उन्हें बिना किसी बहानेबाजी के जांच में शामिल होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछली बार जब सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने समन भेजा था तो उन्होंने समय विस्तार के अनुरोध के लिए चुनाव प्रचार का हवाला दिया था. अब न तो चुनाव हैं और न ही कोई अन्य जरूरी राजनीतिक या प्रशासनिक काम, इसलिए अगर सीएम केजरीवाल ईमानदार हैं तो उन्हें ईडी की जांच में शामिल होना चाहिए. उनका कहना है कि केजरीवाल कहते हैं की कोई घोटाला नहीं हुआ है, तो फिर वे जांच से भाग क्यों रहे हैं. वे ईडी के समक्ष प्रस्तुत हो कर अपने तथ्य रखें और ईडी अपने तथ्यों को रखेगी. फिर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा और दिल्ली की जनता के सामने सारी सच्चाई बाहर आ जायेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के पहले संविधान और भारत के कानून के प्रति निष्ठावान रहने की शपथ ली थी. जिसे उन्हें निभाना चाहिये और जांच एजेंसियों को सहयोग करना चाहिए वो भी बिना किसी बहानेबाजी के.
सिरसा ने सीएम केजरीवाल को बताया...
ईडी के सम्मन को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता एक बार फिर से शराब घोटाला और इसकी जांच से बचने को लेकर सीएम केजरीवाल पर हमलावर हो गए हैं. भाजपा के राष्ट्रीय नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने काफी आक्रामक रवैया अपनाते हुए उन्हें देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री तक बता दिया. उन्होंने कहा कि शराब घोटाला, स्कूल- कॉलेज घोटाला, बस घोटाला और बिजली घोटाला समेत सभी घोटालों का उन्हें हिसाब देना होगा. वो इन सभी घोटालों के लाभार्थी हैं. उन्होंने शराब नीति बनाने के लिए गठित कमिटी को यह शक्ति दे दी कि वे शराब नीतियों में अपनी मर्जी से संशोधन कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें कोई कैबिनेट मीटिंग बुलाने की जरूरत नहीं है. इस तरह से मनीष सिसोदिया और उनके साथियों ने निजी लोगों को काम देकर इस शराब घोटाला को उनकी शह पर अंजाम दिया.
चुनावी व्यस्तता बताकर पहली बार नहीं हुए थे पेश
सिरसा के अनुसार विजय नायर के माध्यम से साउथ की बड़ी-बड़ी शराब कंपनियों के साथ डील की गई, जिससे मिले पैसों से 100 करोड़ रुपये चुनाव में अलग-अलग प्रत्याशियों को दिए ताकि वे वोट खरीद कर जीत हांसिल कर सकें. इसका पता मनी ट्रेल से लग चुका है और विजय नायर ने अपने बयान में भी इस डील की बात बताई है. उन्होंने कहा कि अब तक वे चुनावों का हवाला देकर जांच में शामिल होने से बचते रहे. उन चुनावों में भी उनकी पार्टी की बुरी तरीके से हार हुई और अब कोई चुनाव भी नहीं है. अब जल्दी ही वे अपने पसंदीदा नेता लालू प्रसाद यादव की तरह जल्दी ही जेल जाएंगे, लेकिन जेल से मुख्यमंत्री बने रहने के अपने सपने को पूरा नहीं कर पाएंगे.
खुराना ने कहा- अगर नहीं हैं गलत तो डर कैसा?
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा, "मैं अरविंद केजरीवाल से कहना चाहता हूं कि कानून अपना काम कर रहा है और कानून के तहत ईडी ने आपको समन भेजा है. आपको जाना चाहिए. आपको डर किस बात का है. अगर आप ने कुछ गलत नहीं किया है, लेकिन अगर गलत किया है, जो दस्तावेज कहते हैं तो उस पर आपका डर लाजिमी है. मुझे लगता है कि अरविंद कोजरीवाल को इस बार जाना चाहिए और ईडी जो सवाल पूछे उसका जवाब देना चाहिए."
केजरीवाल हर साल विपश्यना योग सत्र में होते हैं शामिल
बता दें कि मुख्यमंत्री केजरीवाल लंबे समय से विपश्यना का अभ्यास कर रहे हैं और पिछले कुछ सालों में बेंगलुरु और जयपुर सहित कई स्थानों पर जा चुके हैं. अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल हर साल 10 दिवसीय विपश्यना सत्र के लिए जाते हैं. इस साल वह 19 से 30 दिसंबर तक विपश्यना सत्र में शामिल होंगे.