Delhi Politics News: दिल्ली भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक द्वारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राजनीतिक कैदी कहने की निंदा की है. इसे उन स्वतंत्रता सेनानियों, जिन्हें स्वतंत्रता संग्राम के दौरान गिरफ्तार कर ब्रिटिशर्स ने जेल में डाल दिया था और राजनीतिक बंदियों का अपमान बताया, जिन्हें 1975 में आपातकाल के दौरान कांग्रेस सरकार द्वारा जेलों में बंद किया गया था. 


बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की तुलना स्वतंत्रता सेनानियों और अन्य राजनीतिक बंदियों से करना उनके बलिदान और सेवा का अपमान है.


दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने तंज कसते हुए कहा कि आप नेताओं को अपनी दैनिक राजनीतिक नाटकबाजी बंद करनी चाहिए और डायबिटीज को जमानत के लिए चिकित्सकीय आधार बनाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. हालांकि, उन्होंने डायबिटीज को गंभीर बीमारी बताया लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि इसे जमानत की अनिवार्य शर्त नहीं बनाया जा सकता है. यह एक ऐसी बीमारी है जिससे जेल में बंद सैकडों कैदी ग्रसित हैं और जेल में रह रहे हैं.


'आप नेता समझें स्वतंत्रता सेनानियों का दर्द'


प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि संदीप पाठक और उनके अन्य आप सहयोगियों की समस्या यह है कि वे राजनीति को एक पेशा यानी आजीविका का साधन मानते हैं. उनके लिए राजनीतिक लाभ लेना व्यवस्था का हिस्सा है. उन्हें केजरीवाल और सिसोदिया आदि द्वारा दिल्ली सरकार के शराब घोटाले में लिए गए धन के मामले में कोई गलती नहीं लगती है. उनका कहना है कि संदीप पाठक को केजरीवाल को राजनीतिक कैदी कहने से पहले स्वतंत्रता सेनानियों और आपातकाल के बंदियों द्वारा सहन किए गए दर्द को समझने की कोशिश करनी चाहिए.


'अरविंद केजरीवाल न डरेंगे, न झुकेंगे'


दरअसल, शुक्रवार को आप सांसद संदीप पाठक ने कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का लक्ष्य न्याय दिलाना नहीं बल्कि सीएम अरविंद केजरीवाल को प्रताड़ित करना है. अरविंद केजरीवाल राजनीतिक बंदी हैं. तानाशाह उन्हें जेल में बंद करके नुकसान पहुंचाना चाह रहा है. उन्हें जेल में डराने की कोशिश हो रही है. वह न डरेंगे और न ही झुकेंगे. सवाल केवल आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल का नहीं बल्कि देश का है. 


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