(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Delhi Liquor Policy Case: दिल्ली के CM क्यों सबके सामने बन रहे विक्टिम? CM के खिलाफ BJP का प्रहार, जनता को न करें गुमराह
Delhi Politics: दिल्ली बीजेपी नेताओं का कहना है कि जहां सीएम केजरीवाल लोकसभा चुनाव के पहले खुद की गिरफ्तारी की साजिश का हवाला देकर जांच में शामिल होने को तैयार नहीं हैं.
Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में भले ही इस वक्त काफी ठंड पड़ रही हो, लेकिन यहां का सियासी पारा फिलहाल देश के किसी भी राज्य से सबसे ज्यादा गरम है. खास तौर पर आज सुबह से तो सियासी सरगर्मियां और भी बढ़ी हुई है. यही वजह है कि सीएम आवास के बाहर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी कर दी है तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने सुबह आंखें खुलने के साथ ही आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोल दिया है.
दअरसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बीते दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में तीसरी बार फिर से पूछताछ के लिए सम्मन जारी किया था. पहले दो नोटिस में एमपी चुनाव फिर दूसरे नोटिस में विपश्यना केंद्र के तय कार्यक्रम का हवाला देकर वे जांच एजेंसी के सामने न तो प्रस्तुत हुए और न ही किसी भी प्रकार का सहयोग करने को ही तैयार हुए. ईडी के तीसरे सम्मन के बाद उम्मीद थी कि वे अब जांच में सहयोग करने के लिए ईडी के समक्ष प्रस्तुत होंगे, लेकिन उम्मीदों के विपरीत या फिर भाजपा नेताओं के शब्दों में कहें तो उनके फितरत के अनुरूप वे इस बार भी ईडी के सामने पेश होने से बच रहे हैं.
बीजेपी नेताओं का कहना है कि जहां सीएम केजरीवाल लोकसभा चुनाव के पहले खुद की गिरफ्तारी की साजिश का हवाला देकर जांच में शामिल होने को तैयार नहीं हैं, तो दूसरी तरफ आप नेता यह साबित करने पर तुले हैं कि भाजपा सरकार साजिश के तहत उन्हें गिरफ्तारा कराना चाहते हैं. यही वजह है कि सीएम और आप नेता खुद को विक्टिम की तरह साबित करने में लगे हुए हैं. आप के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने ईडी के सम्मन को भाजपा और केंद्र सरकार के इशारे पर की गई कार्रवाई बताई. वहीं यह भी कहा कि आज यानी 4 जनवरी को सीएम को गिरफ्तार किया जा सकता है.
जांच से बचने के लिए नये-नये बहाने न बनाएं सीएम
सीएम केजरीवाल के इस तरह से बार बार जांच से बचने और केजरीवाल समेत आप के मंत्रियों द्वारा विक्टिम कार्ड खेलने को लेकर भाजपा के नेताओं ने अब पहले से ज्यादा हमलावर रुख उनके खिलाफ अख्तियार कर लिया है. दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, सेक्रेटरी बांसुरी स्वराज और सांसद रमेश बिधूड़ी ने केजरीवाल के द्वारा ईडी के सम्मन की अवहेलना करने पर खूब खरी-खोटी सुनाई और कहा कि वे हर बार जांच से बचने के लिए नए-नए बहाने अपना रहे हैं.
चोरों की बारात बरपा रही हंगामा: वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप के मंत्रियों को चोरों की बारात की संज्ञा देते हुए कहा कि आज सुबह से ही चोरों की बारात हंगामा बरपा रही है. अरविंद केजरीवाल को बार-बार मौका दिया गया कि वे ईडी के सामने साक्ष्य को रखें, लेकिन वे जांच से भागते रहे और अब उनके मंत्री सीएम की गिरफ्तार होने की संभावना को लेकर सुबह से ही हंगामा कर रहे हैं. क्या जांच एजेंसी किसी को बता कर रेड डालती या फिर गिरफ्तार करती है. भ्रष्टाचार और चोरी को आप के लोग एक इवेंट बनाना चाहते हैं, जो कि काफी शर्मनाक है.
केजरीवाल खुद को समझते हैं संविधान से ऊपर: बांसुरी
बीजेपी नेता बांसुरी स्वराज ने आप के मंत्रियों और सीएम को आड़े-हाथों लेते हुए कहा कि राजनीति में आने से पहले जो ज्ञान देते थे कि आरोप लगते ही इस्तीफा देकर जांच में सहयोग करें. वह अब डर कर भाग रहे हैं. हर दिन नए बहाने बना रहे हैं. हर कोर्ट से हर बार इनके भ्रष्ट मंत्रियों की जमानत खारिज हो रही है. दिल्ली के सीएम हर बार नोटिस मिलने पर नई कहानी बुनने लगते हैं. उन्होंने कहा कि पहला नोटिस मिला तब केजरीवाल ने कहा एमपी, राजस्थान चुनाव प्रचार से रोकने के लिए ईडी ने नोटिस दिया. दूसरा नोटिस मिला तब केजरीवाल ने कहा विपश्यना में जाने से रोकने के लिए ईडी ने नोटिस दिया. तीसरे नोटिस के बाद फिर वही नौटंकी, फिर वही भगोड़ापन. चुनाव से पहले नोटिस क्यों दिया? बांसुरी ने सवालिया लहजे में कहा कि केजरीवाल को अभी किस चुनाव प्रचार में जाना है? क्या आप लोकसभा चुनाव की बात कर रहे? फिर तो इसके बाद आप दिल्ली चुनाव, फिर बिहार चुनाव और देश के अलग अलग राज्यों में होने वाले चुनावों का बहाना बनायेंगे. क्या वे खुद को संविधान और कानून से ऊपर समझते हैं?
सांसद बिधूड़ी बोले- कानून सबके लिए बराबर
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि कानून में दिए अधिकार के तहत जिस तरह एक फरार चोर को पकड़ने के लिए पुलिस नोटिस जारी करती है, उसके घर वालों और दबाव डालती है, और फिर भी वह हाजिर नहीं होता है तो उसके घर वालों को उठा लेती है, कुर्की-जब्ती तक कर डालती है. तो क्या केजरीवाल कानून से ऊपर हैं. देश का कानून आम आदमी के साथ खास आदमी पर भी उतना ही प्रभावी और उसी तरह से लागू होता है. वे बार बार जांच से भाग रहे हैं और अब जब उनकी गिरफ्तारी की नौबत आ गई तो वे सब मिल कर हंगामा कर रहे हैं. घोटाला किया है तो जवाब तो देना होगा. केजरीवाल ऐसे बचकाने बहाने बंद करें, जनता उनकी नौटंकी समझ चुकी है.