Delhi Politics: दिल्ली (Delhi) की सत्तारूढ़ पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) जब भी दिल्ली सरकार की उपलब्धियों का बखान करती है, तो उसमें उनके शिक्षा मॉडल की चर्चा सबसे प्रमुख स्थान पर होती है. दूसरी तरफ दिल्ली की दोनों ही विपक्षी पार्टियां केजरीवाल सरकार की उसी शिक्षा मॉडल की बखियां उधेड़ती रहती है.
इसी कड़ी में दिल्ली बीजेपी (BJP) के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Virendraa Sachdeva) ने प्रेस वार्ता आयोजित कर केजरीवाल सरकार और उनकी शिक्षा मॉडल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का स्वघोषित शिक्षा मॉडल पूरी तरह से फेल है और सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का फीडबैक उनके कथित शिक्षा मॉडल की विफलता को उजागर कर रहा है."
बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने क्या कहा
उन्होंने कहा कि, पिछले 8 वर्षों में ऐसा देखा गया है कि 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 100 बच्चों में 30 से 50 बच्चे 10वीं की परीक्षा नहीं देते हैं. ऐसे ही हालात 11वीं से 12वीं में देखे गए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूल के शिक्षकों के फीडबैक के साथ-साथ समाचार रिपोर्ट्स से यह जानकर हैरानी हो रही है कि इस साल 9वीं और 11वीं कक्षाओं का परिणाम इतना खराब रहा कि शिक्षा निदेशालय को परिपत्र जारी कर उत्तर पुस्तिकाओं की समीक्षा करने को कहा गया है. शिक्षकों को जबरन फेल हुए छात्रों को 33 प्रतिशत अंक दे कर उत्तीर्ण करने को मजबूर किया जा रहा है.
सरकार पर कसा तंज
उन्होंने तंज कसते हुए कहा " यही है सीएम केजरीवाल, मनीष सिसदिया और शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना का घटिया शिक्षा मॉडल, जिसमें 8वीं कक्षा के छात्रों की न तो उपस्थिति की जांच होती है और न ही परीक्षा ली जाती है. जिसके परिणाम स्वरूप वो छात्र भी 9वीं कक्षा में पहुंच जाते हैं, जो छठी कक्षा के लिए भी फिट नहीं होते." इतना ही उन्होंने केजीरिवाल सरकार को शिक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ न करने की सलाह दी है. साथ ही शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाये जाने की मांग की है.