Delhi News Today: दिल्ली के डीटीसी बस में बतौर मार्शल काम करने वाले 10 हजार से ज्यादा लोग पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से बेरोजगार हैं. वह लगातार दिल्ली सरकार और उसके मंत्री-विधायकों से नौकरी वापस दिलाने के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं.
बीते दिनों मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के सभी विधायकों-सांसदों से एक निश्चित तारीख पर उपराज्यपाल से मिल कर मार्शलों की नौकरी की समस्या का तत्काल समाधान करने की मांग की थी. जिसके बाद दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने भी उपराज्यपाल से बस मार्शलों को वापस नौकरी पर रखे जाने की वकालत की.
अब इस मुद्दे को लेकर बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार बेरोजगार बस मार्शलों की दयनीय स्थिति के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने बस मार्शलों को आश्वासन दिया कि 2025 के विधानसभा चुनावों के बाद, जब दिल्ली में बीजेपी की सरकार आएगी, तो हम प्रशासनिक नियमों के तहत उनका पुनर्वास सुनिश्चित करेंगे.
'दिल्ली सरकार ने नहीं किया नियमों का पालन'
वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने उन्हें सेवा में शामिल करने से पहले उचित प्रशासनिक दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया. सरकार को पहले दिन से ही पता था कि उन्होंने कोई सेवा नियमों का पालन नहीं किया है और जैसे ही कोई जांच होगी, मार्शल अपनी नौकरियां खो देंगे. लेकिन सरकार ने कभी भी प्रशासनिक आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास नहीं किया.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "दरअसल जब बस मार्शलों के 6 महीने की सैलरी बकाया हो गई और उन्होंने प्रदर्शन शुरू किया, तो अरविंद केजरीवाल ने खुद उन्हें बर्खास्त करने का आदेश दिया और आज जब चुनाव नजदीक हैं तो सौरभ भारद्वाज जैसे आप नेता बस मार्शलों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं."
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "बीते एक साल में किसी भी केजरीवाल सरकार के मंत्री या आप नेता ने बस मार्शलों के लिए एक शब्द नहीं कहा, और आज भी उनकी अपील बस मार्शलों से यही है कि वे उनके लिए वोट करें."
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