Delhi News Today: दिल्ली बीजेपी ने मंगलवार को तिहाड़ जेल के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में  मंगलवार (6 अगस्त) दोपहर हुए इस विरोध प्रदर्शन कई दिग्गज नेता नजर आए.


तिहाड़ जेल के बाहर बीजेपी का विरोध
इनमें दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह, उपनेता जयभगवान यादव और अन्य नेताओं के अलावा बीजेपी के निगम पार्षदों और वरिष्ठ पदाधिकारियों समेत बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. 


इस दौरान तिहाड़ जेल के मेन गेट के बाहर बीजेपी नेता और उनके समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की. लगभग आधे घंटे तक चले इस विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकरियों ने जेल में आवागमन करने वाले द्वार के बाहर जमकर नारेबाजी की.


दिल्ली सरकार पर साधा निशाना
इस मौके पर प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "कल हाई कोर्ट के जरिये अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को कानूनी रूप से वैध बताये जाने के बाद उनके पास पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं बचा है. इसलिए अब दिल्ली की जनता भी मांग कर रही है कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट भी इससे पहले उन्हें यह इशारा दे चुका है."


दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, "दिल्ली में कुछ ऐसी ही स्थिति अरविंद केजरीवाल के मंत्रियों की है, क्योंकि दिल्ली के मंत्री बंगला लेंगे, गाड़ी लेंगे, भत्ता लेंगे, लेकिन अगर कोई घटना घटित हो जाती है तो उसकी जिम्मेदारी नहीं लेंगे''. 


उन्होंने कहा कि, "दिल्ली के मुख्यमंत्री, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं और बाकी जो मंत्री एवं विधायक बाहर हैं वह सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्यस्त हैं."


'दिल्ली सीएम जेल में हैं और प्रशासन ठप्प'
सचदेवा ने आरोप लगाते हुए कहा "आम आदमी पार्टी को दिल्ली की चिंता नहीं है बल्कि उन्हें इस बात की चिंता है कि तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री का शुगर लेवल कितना घटा और कितना बढ़ा. आज दिल्ली का पूरा प्रशासन पंगु हो गया है वहां कोई निर्णय लेने वाला नहीं है क्योंकि मुख्यमंत्री के बिना कैबिनेट नहीं हो सकती."


दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा "दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चाहे दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर किसी को बैठा दें, लेकिन वह दिल्ली की सरकार को चलने दें, क्योंकि वर्तमान स्थिति में जनता को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. मार्च से लेकर अभी तक एक भी कैबिनेट मीटिंग नहीं हुई है".


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