Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इस बीच बीजेपी ने आगामी चुनावों के लिए अपने उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया तेज कर दी है. जानकारी के मुताबिक 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक के लिए औसतन तीन संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार की है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार (27 नवंबर) को यह जानकारी दी.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली बीजेपी इकाई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी को दिसंबर के मध्य के आसपास उम्मीदवारों की घोषणा करने की उम्मीद है. उम्मीदवार चयन प्रक्रिया को लेकर पहले ही सर्वे स्टेज पूरा हो चुकी है. उन्होंने कहा कि सर्वे के आधार पर, 70 सीटों में से हर सीट पर तीन सबसे संभावित उम्मीदवारों के नाम पहले ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से शॉर्टलिस्ट किए जा चुके हैं.


बीजेपी उम्मीदवारों पर कब तक अंतिम फैसला?


विधानसभा चुनाव का टिकट पाने की उम्मीद में पार्टी कार्यकर्ता और नेता हर दिन अपने बायोडाटा के साथ दिल्ली बीजेपी ऑफिस का दौरा कर रहे हैं. दिल्ली बीजेपी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा, ''अब शीर्ष राष्ट्रीय नेता इस सूची में से पार्टी उम्मीदवारों के बारे में अंतिम फैसला लेंगे. बीजेपी की विभिन्न बैठकों में पार्टी नेताओं द्वारा यह मांग की गई कि चुनाव के लिए टिकट जल्दी घोषित किए जाएं ताकि उम्मीदवारों को प्रचार के लिए पर्याप्त समय मिल सके.''


लोकसभा चुनाव में BJP ने जल्द किया था टिकट का ऐलान


सितंबर में राजस्थान के रणथंभौर में आयोजित दिल्ली बीजेपी की विस्तारित कोर कमेटी की दो दिवसीय 'चिंतन बैठक' में भी यह मांग उठाई गई थी. बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष भी शामिल हुए थे. बैठक में कुछ नेताओं ने बताया कि इस साल 25 मई को दिल्ली में हुए लोकसभा चुनाव के लिए जल्दी टिकट वितरण का फायदा मिला और सभी सात सीटों पर बीजेपी की जीत में योगदान मिला.


दिल्ली में अभी AAP का दबदबा!


सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 में बीजेपी को हराकर अब तक के विधानसभा चुनावों में चुनावी परिदृश्य पर अपना दबदबा कायम रखा है. बीजेपी 2015 और 2020 में क्रमशः केवल तीन और आठ सीटें हासिल करने में सफल रही. हालांकि, इस बार बीजेपी के नेताओं का मानना ​​है कि AAP को हराने का मौका आ गया है.


बीजेपी के नेता भ्रष्टाचार, सड़कों और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की खराब स्थिति और प्रदूषण जैसे मुद्दों को लेकर आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी सरकार को लगातार घेर रहे है. बीजेपी साल 1998 से दिल्ली की सत्ता से बाहर है. ऐसे में अगले साल फरवरी में होने वाले चुनावों के लिए अपना बेहतर प्रयास करके स्थिति को पलटने की उम्मीद कर रही है.


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