दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की तैयारी! इन दो नेताओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी
Delhi BJP: दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पार्टी को और मजबूत करने के लिए संगठनात्मक नियुक्त की है. राजकुमार भाटिया को दिल्ली बीजेपी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारी शुरू हो गई है. बीजेपी भी यहां अपने संगठन को मजबूत करने की दिशा में जुटी है. इस बीच दिल्ली बीजेपी ने पार्टी की मजबूती को लेकर संगठनात्मक नियुक्त की है. विष्णु मित्तल (Visshnu Mittal) और राजकुमार भाटिया (Rajkumar Bhatia) को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है.
पार्टी ने राजकुमार भाटिया को दिल्ली बीजेपी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. वहीं, विष्णु मित्तल को प्रदेश में महामंत्री के तौर पर जिम्मेदारी दी है. दिल्ली बीजेपी की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया, ''बीजेपी दिल्ली प्रदेश राजकुमार भाटिया को उपाध्यक्ष और विष्णु मित्तल को महामंत्री नियुक्त किया जाता है. ये नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं.
बता दें कि बीजेपी पिछले करीब 2 दशक से दिल्ली में विधानसभा का चुनाव जीतने में असफल रही है. आम आदमी पार्टी लगातार दो बार से दिल्ली की सत्ता पर काबिज है. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने साल 2015 और 2020 में विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए सत्ता पर काबिज हुई.
पीयूष गोयल ने कही थे ये बात
दूसरी तरफ आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को प्रदेश बीते बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कई बातों का जिक्र किया. उन्होंने दिल्ली की सातों लोकसभा सीट जिताने के लिए यहां की जनता को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि यह जीत साधारण नहीं है, दिल्ली की जनता का योगदान अमूल्य है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विजय सिर्फ विकास कार्यों की विजय है, जो देशहित में लगातार देशवासियों की सेवा करते रहते हैं. अनेकों कार्यक्रम और योजनाओं से मोदी सरकार ने विकास कार्य किया है. हमारा 'विकसित भारत' बनाने का संकल्प है.
पीयूष गोयल ने कहा कि एक बालक बुद्धि नेता को समझ नहीं आ रहा है कि तीसरी बार उनकी 100 से कम सीटें रहीं और 13 राज्यों में उनका खाता तक नहीं खुला. दक्षिण भारत में अगर कोई सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है तो वह बीजेपी है. कांग्रेस सिर्फ परजीवी पार्टी बनकर रह गई है और बैसाखी के बगैर वह किसी भी राज्य में चुनाव जीत नहीं सकती है. दिल्ली में तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा, इसके बावजूद बीजेपी को 54 फीसद वोट मिला. दिल्लीवासियों ने साबित कर दिया कि वे पीएम मोदी की नीतियों के साथ खड़े हैं. हमें 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस सरकार को उखाड़ फेंकना होगा और डबल इंजन की सरकार बनानी होगी.