(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Anjan Das Murder Case: न नाम, न पहचान, 10 टुकड़ों में मिला शव, दिल्ली पुलिस ने कैसे सुलझाई पांडव नगर हत्याकांड की गुत्थी?
Delhi: विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि बाद में, दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने दास को मारने की साजिश रची और उसकी हत्या करने के बाद उसके शरीर को टुकड़ों में काट दिया.
Anjan Das Murder Case: श्रद्धा वालकर हत्याकांड की तरह ही पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर में एक महिला द्वारा बेटे के साथ मिलकर अपने पति अंजन दास की कथित तौर पर हत्या करके उसके शव के 10 टुकड़े कर दिए. इस मामले में आरोपी महिला तथा उसके बेटे को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि अंजन दास (45) की कल्याणपुरी निवासी उसकी पत्नी पूनम (48) और सौतेले बेटे दीपक (25) ने 30 मई को हत्या करके शव के 10 टुकड़े किए और उन्हें एक फ्रिज में रखा. पांडव नगर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 201 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस के अनुसार, इस जघन्य अपराध का कारण यह तथ्य था कि दास के अपनी सौतेली बेटी और दीपक की पत्नी के प्रति कथित तौर पर गलत इरादे थे. पुलिस के अनुसार साथ ही वह पूनम की कमाई बिहार में अपनी दूसरी पत्नी और आठ बच्चों को भी भेज रहा था. पूनम इलाके में घरेलू सहायिका के तौर पर काम करती थी. पुलिस के अनुसार अप्रैल में, पूनम ने अपने बेटे दीपक की मदद से दास की हत्या करने की साजिश रची. पुलिस ने कहा कि 30 मई को दोनों आरोपियों ने उसे नींद की गोलियों के साथ शराब पिलाई.
पुलिस को अब तक मिले शव के छह हिस्से
पुलिस ने कहा कि मां-बेटे ने दास की गर्दन, छाती और पेट पर चाकू से वार किये और हत्या के बाद शव को कमरे में रखा गया था. अगले दिन सुबह तक शरीर से खून निकल गया और फिर वे उसके 10 टुकड़े करने लगे और उन्हें फ्रिज में रख दिया. पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने अगले तीन से चार दिनों में उसके शरीर के अंगों को फेंक दिया. अब तक शव के छह हिस्से मिले हैं. मृतक का धड़ और हाथ का कोहनी से आगे का हिस्सा अभी तक नहीं मिला है.
पुलिस ने कहा कि पांच जून को, पुलिस को पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी के रामलीला मैदान में एक बैग में मानव शरीर का निचला हिस्सा मिला और कुछ दूरी पर, एक और हिस्सा भी बरामद किया गया, जो एक सफेद प्लास्टिक बैग में था.पुलिस के अनुसार, अगले कुछ दिनों में, उसके पैर, जांघ और खोपड़ी भी बरामद की गई.
नंबरों का पता लगाने के लिए तकनीकी निगरानी की ली मदद
पुलिस के अनुसार, जांच के दौरान पता चला कि 31 मई और एक जून की दरम्यानी रात को एक महिला और एक पुरुष ने प्लास्टिक की थैली को रामलीला मैदान में सुनसान जगह पर फेंका था. पुलिस के अनुसार सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि एक जून को दिन में भी वही महिला और पुरुष घटनास्थल के पास नजर आए. सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने उस इलाके में मोबाइल फोन नंबरों का पता लगाने के लिए तकनीकी निगरानी की मदद ली, जो उस समय बंद हो गए थे जब शरीर के अंग पाए गए थे.
पुलिस के अनुसार जैसे ही पुलिस ने दास का सिर बरामद किया, उसने घर-घर जाकर तलाशी शुरू की और पड़ोसियों द्वारा पहचान करने पर, पुलिस ने पाया कि पीड़ित पिछले पांच से छह महीने से लापता था और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करायी गई थी. पुलिस ने कहा कि उसने पूनम और दीपक से पूछताछ की और दोनों ने परस्पर विरोधी बयान दिए.
आरोपियों ने हत्या कर शरीर को टुकड़ों में काटा
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि बाद में, दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने दास को मारने की साजिश रची और उसकी हत्या करने के बाद उसके शरीर को टुकड़ों में काट दिया और हिस्सों को प्लास्टिक की थैलियों में डालकर रामलीला मैदान और गंदा नाला, न्यू अशोक विहार में फेंक दिया. पुलिस ने कहा कि दास का मोबाइल फोन और शरीर के अंगों को फेंके जाने के दौरान आरोपी सीसीटीवी फुटेज में जो कपड़े पहने दिखे थे, वे भी बरामद कर लिए गए.
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