Earth Hour: BSES ने दिल्ली वालों से क्यों की अपने घरों की लाइट्स ऑफ रखने की अपील? जानें वजह
Delhi News: दिल्ली में अर्थ आवर के दिन BSES ने उपभोक्ताओं से 1 घंटे के लिए घर की गैर-जरूरी लाइटों को बंद करने के लिए अपील की है. धरती को बचाने के लिए 26 मार्च को अर्थ आवर मनाया जाएगा.
Earth Hour On 26th March: धरती को बचाने के लिए 26 मार्च को अर्थ आवर मनाया जाएगा. इस अर्थ आवर के दौरान रात 8:30 से 9:30 बजे तक दुनिया भर में लोग अपनी इच्छा से अपने घर की गैरजरूरी लाइट बंद रखेंगे. दुनिया भर में मनाए जाने वाले इस अर्थ आवर को लेकर दिल्ली (Delhi) में बीएसईएस ने अपने दक्षिण, पश्चिम, मध्य और पूर्वी दिल्ली में रहने वाले 1.80 करोड़ लोगों से अपील है कि वो भी इस अर्थ आवर में शामिल होकर अपना योगदान दर्ज करवाएं, और 1 घंटे के लिए लाइट्स बंद रखे. बीएसईएस खुद भी अपने 400 से ज्यादा ऑफिसों में अर्थ आवर के दौरान गैर जरूरी लाइट्स को ऑफ रखेगा.
क्यों मनाया जाता है अर्थ आवर
अर्थ आवर को दुनिया भर में डब्लूडब्लूएफ यानी वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर की ओर से हर साल मनाया जाता है. इस सालाना कार्यक्रम के तहत दुनियाभर के लोगों से अपील की जाती है कि वो बदलते मौसम और बदलते जलवायु को देखते हुए, अपने घरों और ऑफिस की गैरजरूरी लाइट्स और बिजली से चलने वाले उपकरणों को लगभग 1 घंटे के लिए बंद रखें.
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अर्थ आवर मानने के क्या है फायदे
डबलूडब्लूएफ की मानें तो अब तक 16 बार इसका आयोजन किया जा चुका है, और आज 190 देशों में यह मनाया जाता है. इसके साथ ही अब यह सिर्फ देशों तक सीमित नहीं है बल्कि अंतरिक्ष स्टेशन तक भी पहुंच चुका है. अर्थ आवर ऐसे बदलावों की तरह है, जिन पर लोग आसानी से अमल कर रहे हैं, क्योंकि इसके जरिए यह संदेश दिया जा रहा है की ऐसी छोटी कोशिश करके बिजली को बचाया जा सकता है.
बीएसईएस रिन्यूएबल एनर्जी को दे रहा है बढ़ावा
अर्थ आवर के अलावा बीएसईएस ऐसे स्रोत को बढ़ावा दे रहा है जिससे पर्यावरण को नुकसान ना हो. इसके लिए बीएसईएस ने इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाने के साथ साथ बैटरी स्टोरेज, डिमांड साइड मेनेजमेंट की दिशा में भी किया है.