Delhi Budget 2023: '197 साल में खत्म होते कूड़े के पहाड़, हम 2 साल में साफ कर देंगे', वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने किया ऐलान
Delhi Budget 2023 Highlights: दिल्ली से कूड़े के पहाड़ का अंत तीन चरणों में किया जाएगा. पहले चरण में ओखला, दूसरे चरण में भलस्वा और अंतिम चरण यानी दिसंबर 2024 तक गाजीपुर लैंडफिल साइट को खत्म करेंगे.
Delhi Budget 2023: दिल्ली विधान सभा में पहली बार साल 2023 का बजट पेश करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल के कैबिनेट में वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि, 'इस बार का बजट साफ, सुंदर और आधुनिक दिल्ली बनाने को लेकर समर्पित है. इस मिशन के तहत दिल्ली के तीन कूड़े के पहाड़ों को दो साल में एमसीडी के साथ मिलकर अंत करेंगे. अगर यह काम पहले की गति से होता तो 197 साल में कूड़े के पहाड़ का अंत होता.'
दिल्ली विधानसभा में बजट भाषण पढ़ते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इस बार का बजट 78,800 करोड़ रुपए का है. उन्होंने बताया कि दिल्ली से कूड़े के पहाड़ का अंत तीन चरणों में किया जाएगा. पहले चरण यानी दिसंबर 2023 तक ओखला लैंडफिल साइट से कूड़े के पहाड़ का खात्मा होगा. दूसरे चरण में मार्च 2024 तक भलस्वा और दिसंबर 2024 तक गाजीपुर लैंडफिल साइट को खत्म करेंगे. दिल्ली वालों के लिए वर्षों से अभिशाप बने तीनों कूड़े के पहाड़ को हटाने की योजना पर 850 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसके लिए दिल्ली सरकार के बजट में पैसे का आवंटन किया गया है. साथ ही साफ यमुना के लिए छह प्वाइंट एक्शन प्लान भी तैयार किया गया है.
उन्होंने बताया कि तीनों कूड़े के पहाड़ दिल्ली की छवि पर काला धब्बा रहा है. एमसीडी के साथ दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर बनाएंगे. इन कार्यों के लिए 21 हजार करोड़ का बजट रखा गया है. इसके कारण विकास कार्यों के प्रभावित होने की आशंका है. हमारी केंद्र से अपील है कि पांच साल तक मुआवजा जारी रखें. इसके अलावा बजट भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि आप सरकार के पिछले 8 सालों में कुछ बुनियादी कामों को किया है, जिसने दिल्ली का चेहरा बदल दिया है. दिल्ली को साफ सुंदर बनाने के लिए हमारा कौंप्रिहेंसिव प्लान है.
पढ़ें, दिल्ली बजट 2023 हाईलाइट्सः
- साल 2018 में बना सिग्नेचर ब्रिजए सराय काले खां का काम हुआ है जो पिछले सरकारों के दौरान लटके रहे.
- आश्रम फ्लाईओवर का काम हुआ है जिससे अब दिल्ली में रोजाना 4 लाख वाहनों का आवागमन सुगम हो गया है.
- 8 सालों में 28 नए फ्लाईओवर, सड़कों औए पुलों का निर्माण कराया गया है.
- 1998 में दिल्ली मेटो का निर्माण शुरू होने के बाद 2015 तक 193 किलोमीटर था. पिछले 8 सालों में मेट्रो नेटवर्क लंबाई 390 हो गई है. मेट्रो स्टेशनों की संख्या बढ़कर 286 हो गए हैं.
- भारत में जी-20 की मेजबानी कर रहा है. आने वाला वर्ष दिल्ली को साफ, सुंदर और आधुनिक शहर के तौर पेश करेगा.
- लोकल बॉडी को सशक्त बनाने के लिए हमारी सरकारे 8241 करोड़ मुहैया कराएगी.
- यूरोपीय तर्ज पर हमने आठ किलोमीटर की 16 सड़कों को पायलट प्रोजेक्ट पर ठीक करने का काम शुरू किया था. यह काफी सफल रहा. लोधी रोड, राजघाट और मोतीबाग की इन सड़कों की तस्वीरें आपने देखी होगी. उसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमारी सरकार आधारभूत सुविधाओं के विकास को लेकर गंभीर है.
- हमने बजट की कई योजनाओं को जी-20 के अनुसार प्लान किया है. 1400 किलोमीटर सड़कों का सौंदर्यीकरण, विभिन्न हिस्सों में 26 फ्लाईओवर, 3 डबल डेकर फ्लाईओवर, 1600 इलेक्ट्रिक बसें, 57 डिपों का इलेक्ट्रिफिकेशन, तीन विश्व स्तरीय बस डिपो, दो आधुनिक बस टर्मिनल, नौ नए बस डिपो, 1400 नए बस शेल्टरों का निर्माण करना है. इन कार्यों को 2023-24 तक पूरा कर लिया जाएगा.
- साल 2023-24 के बाद एक भी सड़क या फुटपाथ ऐसा नहीं होगा जो टूटा हो. जो एजेंसी काम करेगी उसकी ही जवाबदेही होगी मेंटेनेंस की. पीडब्लूडी की सड़कों पर धूल जमा न हो इसके लिए आधुनिक मशीनों से लगातार धुलाई की जाएगी. इसके लिए 70 रॉड स्वीपिंग मशीनें, 210 वाटर स्प्रिंकलिंग मशीनें खरीदी जाएंगी.
- 250 इंटीग्रेटेड वाटर स्प्रिंकलिंग मशीनें भी तैनात की जाएंगी. ये प्रोजेक्ट 10 साल का है और इस पर 19, 466 करोड़ खर्च का अनुमान है. आगामी वित्त वर्ष के लिए 2034 करोड़ का प्रस्ताव इस मद के लिए है.
- नए फ्लाईओवर के लिए 722 करोड़ का प्रस्ताव रखा गया है.
- तीन अनोखे डबल डेकर फ्लाईओवर का निर्माण हो रहा है. जहां ऊपर मेट्रो और उसके नीचे गाड़ियां चलेंगीं. इनके लिए 321 करोड़ का प्रस्ताव बजट में है.
- इस साल के बजट में सड़कों और पुलों से जुड़े स्कीम के लिए 3126 करोड़ का प्रस्ताव है.
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