Delhi Budget 2023 News: दिल्ली का बजट मंगलवार यानी 21 मार्च को पेश होना था. इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दावा किया है कि केंद्र सरकार (Central Government) ने दिल्ली के बजट को मंजूरी नहीं दी है. ऐसे में मंगलवार को दिल्ली का बजट पेश नहीं हो सकेगा. अब देखना होगा कि दिल्ली का बजट कब पेशा किया जाता है, लेकिन इस बार का बजट लगभग 80,000 करोड़ रुपये का होगा. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gahlot) की ओर से दिल्ली का बजट पेश किया जाना है. इसमें यमुना स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और कूड़े के पहाड़ से निजात के साथ-साथ अन्य मूलभूत क्षेत्रों के लिए धनराशि आवंटित की जाएगी.


इस बीच एबीपी लाइव ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र पटपड़गंज के लोगों से बातचीत की, जिनकी सबसे बड़ी मांग है कि इस क्षेत्र को साफ पानी और अच्छी सड़क मुहैया कराने के लिए सरकार की ओर से पर्याप्त बजट प्रदान किया जाए. पटपड़गंज विधानसभा के रहने वाले अधिवक्ता नरेंद्र सिंह ने कहा कि क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या जर्जर सड़क की है. साल 2023-24 के आम बजट में इस क्षेत्र के सड़क निर्माण के लिए सरकार को खासतौर पर इस बुनियादी सुविधा पर ध्यान देना चाहिए.


स्थानीय निवासी बोले- घरों में पहुंचता है दूषित जल


इसके अलावा वहां मौजूद एक और स्थानीय निवासी रवि चौहान ने कहा कि यह पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का विधानसभा क्षेत्र है. इसके बावजूद यहां पर दूषित जल लोगों के घरों में पहुंचता है, जिसको पीना पड़ता है. साफ पानी सप्लाई से लेकर यमुना प्रदूषण से निजात के लिए सरकार को इस बजट में पर्याप्त धनराशि प्रदान करनी चाहिए. वहीं अतुल कुमार ने भी बातचीत के दौरान कहा कि दिल्ली में अब संकट बेरोजगारी का देखा जा रहा है. दिल्ली सरकार को राजधानी में रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के विषय में जरूर सोचना चाहिए.


'कूड़े के ढेर से मिले निजात'


65 साल अशोक कुमार ने कहा कि दिल्ली में कूड़ों के पहाड़ का विषय हमेशा से ही चुनावी मुद्दा बनता है, लेकिन इस बार सरकार को बजट में इस समस्या के समाधान के लिए धनराशि आवंटित करना चाहिए, जिसकी मदद से सालों से चली आ रही इस गंभीर समस्या का निदान हो सके. बहुत आवश्यक है कि कचरे के ढेर से राजधानी को मुक्त किया जाए, क्योंकि लगातार आसपास के क्षेत्रों में खतरनाक बीमारियां बढ़ रही हैं. वैसे बीते दिनों से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मेयर डॉ. शैली ओबरॉय और अन्य पदाधिकारियों के निरीक्षण से हमारी उम्मीद जगी है कि जल्द से जल्द इन कूड़ों के पहाड़ की समस्या का निदान हो सकेगा.


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