Delhi Budget 2025-26: दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए दिल्ली-एनसीआर में बेहतर ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव किया है. सीएम ने बजट भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि से प्रेरित होकर ये बजट दिल्ली को आधुनिक, सुरक्षित और हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर से सुसज्जित करने वाला है. दिल्ली अब ट्रैफिक फ्री एक्सप्रेस-वे, एलिवेटेड कॉरिडोर और स्मार्ट सर्विलांस सिस्टम के नए युग में प्रवेश करेगी.
दिल्ली विधानसभा में बजट भाषण के दौरान उन्होंने कहा, ''आज हम एक बार फिर दिल्ली को एक नया रूप देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम एक ऐसी मजबूत और पारदर्शी नींव रखेंगे, जिसे फिर कोई कमजोर ना कह सके. हमारा सपना है सशक्त दिल्ली का, एक वैश्विक शहर जो हर चुनौती का सामना कर सके और दुनिया में नेतृत्व करने की क्षमता हो, दिल्ली का ऐसा शहर बनाना है.''
बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना लक्ष्य- रेखा गुप्ता
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली हमें इस तरीके से सौंपी गई जिसमें कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है. उन्होंने कहा, ''हमारा लक्ष्य दिल्ली में इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना है. पानी, बिजली और सड़क का विकास करना लक्ष्य है. इस बजट से एक मजबूत नींव दिल्ली में डाली जाएगी, जिसमें स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मूथ रोड और बेहतर कनेक्टिविटी, अब यही दिल्ली की पहचान होगी. अब, दिल्ली सिर्फ ट्रैफिक जाम के कारण चर्चा में नहीं रहेगी. हम ऐसा बजट प्रस्तुत कर रहे हैं जिससे दिल्ली का बेहतर विकास होगा.''
'इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर सिर्फ पोस्टर चिपकाए गए थे'
उन्होंने तंज कसते हुए आगे कहा, ''एक समय 'दिल्ली के मालिक' ने शहर को लंदन बनाने का सपना यहां के लोगों को बेचा. यह मेगासिटी खराब सड़कों, ट्रैफिक जाम और अधूरे प्रोजेक्ट्स के कारण एक अराजक राजधानी बन गई थी. विज्ञापन सरकारों ने इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर केवल पोस्टर चिपकाए, जितना खर्चा योजना में नहीं होता था, उससे अधिक पब्लिसिटी पर खर्च किया जाता था. मैं ऐसी कई योजनाएं बता सकती हूं कि जिसके मद में कुछ नहीं था लेकिन होर्डिग्स का पूरा खर्चा था. ऐसी सरकार जिसने धरातल पर विकास को ठप कर दिया.''
बजट भाषण में सीएम ने यह भी कहा कि ये बजट महज संख्याओं का जोड़ घटाव नहीं है बल्कि विकास का संकल्प पत्र है, जो दिल्ली को ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाने वाला है.
इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ेगी- रेखा गुप्ता
उन्होंने कहा, ''वर्तमान में दिल्ली विश्व का तीसरा ऐसा शहर है जहां एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा है, जिसमें 2,152 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं. इनमें से 1,752 इलेक्ट्रिक बसें DTC के तहत चल रही हैं, जबकि 400 बसें DIMTS क्लस्टर योजना का हिस्सा हैं. इसके अतिरिक्त, वित्तीय वर्ष 2025-26 तक, यह उम्मीद है कि यह बेड़ा 5,000 इलेक्ट्रिक बसों से अधिक हो जाएगा.''