Delhi News: राजधानी दिल्ली को एक विश्वस्तरीय शहर बनाने के लिए बजट में स्ट्रीट वेंडर्स की आजीविका, सार्वजनिक परिवहन और स्वच्छता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. विशेषज्ञों का मानना है कि इन तीनों क्षेत्रों में सुधार से न सिर्फ दिल्ली की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि पर्यटन और निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा.


दिल्ली में हजारों स्ट्रीट वेंडर्स अपनी रोज़ी-रोटी कमाने के लिए सड़कों पर दुकानें लगाते हैं, लेकिन अनधिकृत रूप से दुकान लगाने पर प्रशासन के साथ उनका संघर्ष चलता रहता है. इसके समाधान के लिए निम्नलिखित कदम उठाने की जरूरत है:



• स्ट्रीट वेंडर्स के लिए विशेष जोन


• शहर में सुविधाजनक स्थानों पर वेंडर ज़ोन बनाए जाएं, जहां स्ट्रीट वेंडर्स को उचित जगह और बुनियादी सुविधाएं मिलें.
• फ्ली मार्केट ज़ोन विकसित किए जाएं, जहां पर्यटकों को भी आकर्षित किया जा सके.


• बुनियादी ढांचे का विकास
• इन बाजारों में बैठने की व्यवस्था, शौचालय, पर्याप्त लाइटिंग और कचरा प्रबंधन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं.
• ऐसे स्थानों को शाम के समय खाने-पीने और मनोरंजन केंद्रों में तब्दील किया जाए, जिससे स्थानीय रेस्तरां और पर्यटन को बढ़ावा मिले.



• आर्थिक और सामाजिक लाभ


• स्ट्रीट वेंडर्स की आजीविका में सुधार होगा और उनके व्यापार को संरक्षण मिलेगा.
• पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे दिल्ली की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत किया जा सकेगा.


2. सार्वजनिक परिवहन का आधुनिकीकरण और नई सब्सिडी नीति
दिल्ली का सार्वजनिक परिवहन लाखों यात्रियों की जीवन रेखा है, लेकिन इसे और अधिक सुविधाजनक और विश्वस्तरीय बनाने की जरूरत है. इसके लिए:


• नई फ्री बस यात्रा योजना


• केवल कमजोर आर्थिक वर्ग की महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की सुविधा दी जाए, जिससे सब्सिडी सही जगह इस्तेमाल हो.
• बचत होने वाले फंड को दिल्ली के सार्वजनिक परिवहन के आधुनिकीकरण में लगाया जाए.


• ट्रांसपोर्ट सिस्टम को विश्वस्तरीय बनाना


• दिल्ली को सिंगापुर जैसे मॉडल पर विकसित किया जाए, जहां सार्वजनिक परिवहन एक आदर्श व्यवस्था हो.
• नई तकनीकों, सुरक्षा उपायों और विभिन्न परिवहन साधनों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी पर जोर दिया जाए.


• क्या होंगे परिणाम...


• ट्रांसपोर्ट सिस्टम की गुणवत्ता में सुधार होगा और परिचालन लागत घटेगी.
• लोग निजी वाहनों की बजाय सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता देंगे, जिससे सड़कों पर जाम कम होगा और प्रदूषण घटेगा.


3. दिल्ली की सड़कों और सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता


दिल्ली देश की राजधानी होने के कारण भारत की पहचान है, लेकिन खराब सड़कों और सफाई की कमी से इसकी छवि प्रभावित होती है. इस समस्या के समाधान के लिए...


• बुनियादी ढांचे का सुधार


• प्रमुख सड़कों की मरम्मत और आधुनिकीकरण किया जाए, जिससे यातायात सुचारू रूप से चल सके.
• दिल्ली को एक आधुनिक और व्यवस्थित शहर के रूप में विकसित किया जाए, ताकि यह अंतरराष्ट्रीय निवेश और पर्यटन के लिए आकर्षण का केंद्र बने.


• सफाई और स्वच्छता पर विशेष ध्यान


• कचरा संग्रहण की संख्या बढ़ाई जाए, सड़कों की सफाई में सुधार किया जाए और जागरूकता अभियान चलाए जाएं.
• दिल्ली को एक साफ-सुथरा और स्मार्ट शहर बनाने के लिए शहरी डिजाइन और आर्किटेक्चर का बेहतर उपयोग किया जाए.


• लंबी अवधि की योजना


• स्वच्छ, सुव्यवस्थित और आधुनिक शहरी वातावरण से दिल्ली का वैश्विक दर्जा ऊंचा होगा.
• बेहतर बुनियादी ढांचे से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और अंतरराष्ट्रीय निवेशक और पर्यटक आकर्षित होंगे.


दिल्ली सरकार अगर बजट में स्ट्रीट वेंडर्स, सार्वजनिक परिवहन और स्वच्छता को प्राथमिकता देती है, तो यह न केवल आम नागरिकों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि दिल्ली की वैश्विक पहचान को भी मजबूत करेगा. एक व्यवस्थित, आधुनिक और साफ-सुथरी दिल्ली, न केवल दिल्लीवासियों बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय होगी.


 



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