Delhi News: दिल्ली समेत देश भर में दिवाली का पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया. दिवाली के लिए लोगों ने जमकर खरीदारी की. बिक्री होने से कारोबार में बंपर उछाल आया. बाजारों में खरीदारों की भारी भीड़ देखने को मिली.
लोगों ने भारतीय सामानों की खरीदारी को प्राथमिकता दी. छोटे व्यापारियों जैसे कुम्हार, कलाकार और कारीगर की भी दिवाली पर चांदी रही. इस बार बाजार का अलग ट्रेंड रहा. पीएम मोदी के आह्वान पर वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा मिलाया.
लोगों ने नए कपड़े, मिठाई, पटाखे, लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमा, घर की सजावट के सामान, मिट्टी के दीपों की खरीदारी की. हैंडिक्राफ्ट आइटम्स, उपहार की वस्तुओं, फुटवियर, मेकअप का सामान, कास्मेटिक्स, जेवरात और अन्य घरेलू उत्पादों की भारी मांग रही. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रवीण खंडेलवाल ने दावा किया इस साल कारोबार ने रिकॉर्ड तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि दिवाली पर 4.25 लाख करोड़ का व्यापार हुआ.
दिवाली पर कारोबार ने लगायी छलांग
अनुमान के अनुसार 4.25 लाख करोड़ के कारोबार में लगभग 13 फीसद खाद्य एवं किराना, 9 फीसद जेवरात, 12 फीसद कपड़े., 4 फीसद ड्राई फ्रूट, मिठाई एवं नमकीन, 3 फीसद घरेलू साज सज्जा, 6 फीसद कॉस्मेटिक्स, 8 फीसद इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मोबाइल, 3 फीसद पूजन सामग्री, 3 फीसद बर्तन और रसोई उपकरण, 2 फीसद कॉन्फ़ेक्शनरी एवं बेकरी, 8 फीसद गिफ्ट आइटम्स, 4 फीसद फर्निशिंग एवं फर्नीचर, ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल बिक्री का योगदान रहा.
बाजार में भारी भीड़ से कारोबारी खुश
देश भर में इस बार पैकिंग कारोबार को भी दिवाली पर बूस्ट मिला. कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने बताया कि दिवाली पर भारतीय सामान की बिक्री में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है. लोगों ने इस साल चीनी उत्पादों को नकारते हुए भारतीय सामानों को प्राथमिकता दी है. व्यापारी अब देवउठनी एकादशी 12 नवंबर से शुरू होने वाले शादियों के सीजन पर बड़े कारोबार की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
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