Delhi News: दिल्ली समेत देश के ज्यादातर राज्यों में गुरुवार को हनुमान जयंती मनाई गई. इस अवसर दिल्ली के कई प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों से धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ शोभायात्रा निकाली गई. जिसमें जय हनुमान और जय श्री राम के नारे लगाते हुए लाखों श्रद्धालु शामिल हुए. इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना की संभावनाओं को शून्य करने के लिए दिल्ली पुलिस के जवान, रैपिड एक्शन फोर्स समेत सैकड़ों निजी सुरक्षाकर्मियों और सैकड़ों वॉलेंटियर ने शोभायात्रा की सुरक्षा व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाए रखा.


हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जाने वाली शोभायात्राओं में दिल्ली के चांदनी चौक स्थित मशहूर और प्राचीन श्री नरसिंह हनुमान मंदिर और इसकी शोभायात्रा की एक अलग पहचान और महत्ता है. चांदनी चौक मंदिर समिति द्वारा वर्षों से नहीं बल्कि सदियों से शोभा यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें हर साल हजारों की संख्या में भक्तगण शामिल होते हैं. हनुमान जयंती के मौके पर मंदिर प्रांगण को विभिन्न प्रकार के खूबसूरत फूलों से साथ सजाया गया गया था. जयंती के दिन मंदिर में हनुमान जी की प्रतिमा के दर्शन के अलावा एक और चीज आकर्षण का केंद्र बना रहा और वो था, मंदिर प्रांगण में सजावट के रूप में लगाये गए कृत्रिम बंदर. जिस पर नजर पड़ते ही लोग रुक कर उसे देखने को मजबूर हो जा रहे थे.


सवा मन चांदी की प्राचीन मूर्ति का दर्शन


इस मंदिर प्रांगण में सुबह से ही पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी. फिर हवन के बाद मंदिर परिसर से हनुमान जी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई. खास बात ये है कि इस शोभायात्रा के दौरान भक्तों को हनुमान जी की सवा मन चांदी की उस प्राचीन मूर्ति का दर्शन प्राप्त होता है, जिन्हें श्रद्धालुओं के सामने साल में दो बार एक हनुमान जयंती और दूसरी जन्माष्टमी के मौके पर लाया जाता है.




4 किलोमीटर की शोभा यात्रा


चांदनी चौक प्राचीन श्री नरसिंह हनुमान मंदिर के पीठासीन महंत, गौरव शर्मा ने बताया कि हनुमान जयंती के दिन इस प्राचीन मूर्ति के दर्शन मात्र से भी भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. इसलिए हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जा रही इस शोभायात्रा यात्रा के माध्यम से भक्तों को उनके दर्शन का लाभ दिया जा रहा है. चांदनी चौक स्थित मंदिर से शोभा यात्रा शाम चार बजे निकाली गई. ये शोभायात्रा, मधुरस चौक, दरीबा कलां, नई सड़क, चावड़ी बाजार, अजमेरी गेट, श्रद्धानन्द बाजार, खारी बावली और फतेहपुर होते हुए 4 किलोमीटर से ज्यादा लंबी यात्रा को पूरी कर रात नौ बजे वापस मंदिर पहुंच कर संपन्न हुई.


कई महामंडलेश्वर और संत-महात्मा पहुंचे दिल्ली 


बता दें कि इस प्राचीन शोभायात्रा में शामिल होने के लिए अलग-अलग शहरों के अखाड़ों के महामंडलेश्वर व संत-महात्मा आदि भी पहुंचे थे. इनमें मुख्य अथिति के रूप में परमहंस दाती महाराज के साथ फरीदाबाद के राष्ट्रीय संघ सेवा गौ रक्षा कल्याण परिषद के अध्यक्ष और लोनी से विधायक नंद किशोर गुर्जर, राष्ट्रीय संघ सेवा गौ रक्षा कल्याण परिषद के महासचिव नारायण गिरी जी महाराज, गाजियाबाद परमाध्यक्ष कन्यागिरी जी महाराज, संघ सेवा गौ रक्षा कल्याण परिषद राष्ट्रीय संस्था के विजय गिरी जी महाराज, संघ सेवा गौ रक्षा कल्याण परिषद  दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष स्वामी सोमनाथ जी महाराज सहित कई सत महात्मा इसमें शामिल हुए. इस आयोजन के दौरान स्टेज पर मौजूद सभी गणमान्य वरिष्ठ साधु संतों ने चांदनी चौक नर्सिंग हनुमान मंदिर के महंत गौरव शर्मा को सर्वसम्मति से दिल्ली मंदिर प्रकोष्ठ का अध्यक्ष चुन सबको चौंका दिया. 


उत्सव के रूप मनाया हनुमान जयंती


सुबह से मंदिर संचालक, व्यवस्थापक, इससे जुड़े बोलेंटियर और दर्शन के लिए आ रहे हजारों भक्तों ने हनुमान जयंती को एक उत्सव के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया. इस दौरान पूरा क्षेत्र 'जय श्रीराम' और 'जय हनुमान' के जयकारों से गूंजता रहा. हनुमान जी की शोभायात्रा के साथ कई अन्य झांकियां भी निकाली गई, जो शांतिपूर्ण ढंग और सौहार्द वातावरण में तय मार्गो से होते हुए वापस मंदिर पर संपन्न हुई. 


सुरक्षा के लिहाज से भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती


पिछले साल जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के मौके पर दो समुदायों के बीच हिंसात्मक घटनाएं हुई थी, जिसे देखते हुए दिल्ली पुलिस की तरफ से शुरू में शोभा यात्राओं के वक्त निकालने की इजाजत नहीं दी गई थी, लेकिन हिन्दू संगठनों और श्रद्धालुओं द्वारा आपत्ति जाहिर करने और दिल्ली पुलिस के फैसले पर पुनर्विचार की मांग के बाद दिल्ली पुलिस ने शोभा यात्राओं को निकालने की अनुमति दी. खास बात ये रही कि इस दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना सामने नहीं आई और सौहार्दपूर्ण वातावरण में ये शोभायात्रा संपन्न हुई.


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