Delhi Chhath Puja 2023: दीपावली खत्म होते ही छठ महापर्व को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. लोग इसके लिए तैयारियों की शुरुआत में लग गए हैं. यूपी-बिहार से सटे राज्यों में इस महापर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. चूंकि, राजधानी दिल्ली में बड़ी संख्या में पूर्वांचली रहते हैं, तो यहां भी छठ पर्व को बड़ी ही आस्था और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. समय के साथ-साथ यह और भी बड़े पैमाने पर आयोजित होने लगा है. पूर्वांचलियों के इस महापर्व में किसी प्रकार की असुविधा और कमी न रह जाए इसके लिए दिल्ली सरकार ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी है. इस बार लगभग एक हजार छठ घाटों को तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है.
छठ घाट को लेकर जिलाधिकारियों की बैठक
दिल्ली सरकार की राजस्व मंत्री आतिशी ने छठ महापर्व की तैयारियों को लेकर सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें कई विधायकों और विभागों के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया. आतिशी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभी छठ पूजा आयोजन समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समन्वय करें और छठ घाटों तैयार किये जाने के कामों में तेजी लाकर अन्य व्यवस्थाओं को भी मुहैया करवाएं.
घाटों के निर्माण का निर्देश
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अंतिम समय मे किसी प्रकार की कमी न रह जाये या श्रद्धालुओं को पूजा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए आयोजक समिति से सुझावों को लेकर उनके अनुरूप छठ घाटों को तैयार कराया जाए और घाटों पर साफ-सफाई की भी समुचित व्यवस्था की जाए. ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के पूरे श्रद्धा-भाव से इस महापर्व को मना सकें.
कुतुब विहार के लोग खुद कर रहे घाट का निर्माण
बता दें कि दिल्ली सरकार ने पूरी दिल्ली में एक हजार छठ घाटों को तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, जिसके लिए काम भी शुरू कर दिया गया है. वहीं कुछ ऐसे भी छठ घाट हैं जिन्हें स्थानीय लोग मिलकर बना रहे हैं. उनमें से एक है कुतुब विहार का छठ घाट जहां लोग आपसी सहयोग से छठ घाट के निर्माण कार्य मे जुटे हुए हैं. उनका कहना है कि उन्हें सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिलती है. अगर वे सरकार के भरोसे बैठे तो संध्या अर्घ्य के दिन तक भी जरूरी इंतजाम के साथ छठ घाट का निर्माण नहीं हो पायेगा. सरकार छठ घाटों के मरम्मत और निर्माण के लिए टेंडर निकालती है, जो अभी तक जारी नहीं किया गया है.