Delhi Chhath Puja Controversy: राष्ट्रीय राजधानी के चिराग दिल्ली के सतपुला पार्क में छठ पूजा को लेकर बीते दिन आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच विवाद हो गया. यह विवाद सतपुला पार्क में दोनों पक्षों के लोगों की तरफ से छठ पूजा के परमिशन को लेकर था. एक तरफ जहां आप के लोगों का कहना था कि डीडीए की परमिशन न होने की वजह से जो लोग पिछले आठ साल से छठ मना रहे थे, उनको पूजा करने से रोका गया जबकि उनके पास डीएम की परमिशन थी. वहीं बीजेपी के लोगों ने कहा, उनके पास डीडीए की परमिशन है.
ऐसे में गुरुवार को छठ पर्व के तीसरे दिन दोनों पक्षों ने विवाद को न बढ़ाते हुए अलग-अलग जगह छठ पूजा करने की बात कही. दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक सौरभ भरद्वाज खुद कुछ लोगों को ऑटो रिक्शा के जरिये दूसरी जगह छठ मनाने के लिए लेकर गए. जबकि सतपुला पार्क में बीजेपी से जुड़ी समिति को छठ मनाने की इजाजत मिली.
सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर लगाया ये आरोप
इस दौरान सौरभ भारद्वाज ने कहा, "बीजेपी ने साजिश के तहत उन लोगों को सतपुला पार्क से हटाया है, जो पिछले आठ साल से लगातार इस जगह पर छठ मना रहे थे. ऐसे में कई लोगों के पास छठ पूजा के लिए और कोई जगह नहीं थी. इसलिए उनको किसी दूसरी जगह पर ले जाया गया, ताकि वो अपनी पूजा आसानी से कर सकें."
बांसुरी स्वराज ने क्या कहा?
वहीं बीजेपी से जुड़े पक्ष को सतपुला पार्क में छठ पूजा की इजाजत मिलने के बाद यहां बीजेपी की नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज पंहुचीं. बांसुरी स्वराज ने छठ व्रतियों के बीच पानी में उतरकर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और पूजा अर्चना की. इस दौरान बांसुरी स्वराज ने कहा, "इस महापर्व के दिन किसी भी चीज को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए. इस पार्क में जिनको परमिशन मिली थी उन्होंने भव्य आयोजन किया."
उन्होंने कहा, "जिन्होंने विरोध किया था हम उनको भी कहेंगे कि वो यहां आएं और छठी मैया का आशीर्वाद लें." वहीं आप पर तंज कसते हुये बांसुरी ने कहा, "जिन लोगों ने एक दशक तक दिल्ली की सत्ता का सुख भोगा उन्होंने पूर्वांचलियों का अपमान किया. यमुना की साफ सफाई को लेकर कोई काम नहीं किया. अब दिल्ली की जनता बहाना नहीं बदलाव चाहती है, प्रचार नहीं परिणाम चाहती है."