दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को 68वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों का उद्घाटन करते हुए एकता और देशभक्ति को बढ़ावा देने में खेल की भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि खेल लोगों को एक साथ लाते हैं और राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करते हैं. दिल्ली के शिक्षा निदेशालय की खेल शाखा 11 विभिन्न खेलों में 68वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों 2024-25 की मेजबानी कर रही है. इस आयोजन में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों सहित 43 इकाइयों ने भाग लिया है. खेलों को तीन चरणों में विभाजित किया गया है, पहला चरण सोमवार से शुरू होगा और एक महीने तक चलेगा.
त्यागराज स्टेडियम में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आतिशी ने उस पल को याद किया जब नीरज चोपड़ा ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने कहा, ‘‘जब राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और राष्ट्रगान बजाया गया तब मुझे नहीं लगता कि कोई भी ऐसा भारतीय रहा होगा जिसकी आंखों से आंसू नहीं छलके थे.’’
खेल लोगों को जोड़ने का काम करता है- आतिशी
आतिशी ने कहा, ‘‘खेल एक ऐसा क्षेत्र है जो देश भर के लोगों को जोड़ता है और एकता और देशभक्ति को बढ़ावा देता है.’’ मुख्यमंत्री ने उपस्थित युवा खिलाड़ियों को लेकर आशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि यहां विभिन्न स्पर्धाओं में भाग लेने वाले बच्चों में से कई ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतेंगे.इस दौरान आतिशी ने दिल्ली सरकार के प्रयासों को भी रेखांकित किया.
खेलों में युवा खिलाड़ियों को सहायता प्रदान की जाएगी
आतिशी ने कहा, ‘‘पिछले 10 वर्षों में हमने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से सुसज्जित किया है, जिसमें तीन हॉकी मैदान, फुटबॉल मैदान, 25 स्विमिंग पूल और 42 सिंथेटिक ट्रैक शामिल हैं.’’ मुख्यमंत्री ने युवाओं के बीच खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार विभिन्न पहलों के माध्यम से 17 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को सहायता प्रदान करती है. उन्होंने कहा, हमारा मिशन उत्कृष्टता कार्यक्रम युवा खिलाड़ियों को 16 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करता है, जिससे 2018 और 2022 के बीच 400 से अधिक विद्यार्थियों को लाभ हुआ.
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