Delhi Politics News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) मंगलवार शाम 4.30 बजे उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) से मुलाकात करेंगे और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप देंगे. केजरीवाल के इस्तीफे से पहले दिल्ली में नए सीएम के नाम का ऐलान हो गया. केजरीवाल की जगह उनका स्थान शिक्षा मंत्री आतिशी (Atishi) लेंगी. इस तरह सीएम केजरीवाल अपना पांच साल का कार्य़काल पूरा नहीं कर पाएंगे.
सीएम केजरीवाल 2020 में तीसरी बार सीएम बने थे. पहली बार भी बहुमत के अभाव में उन्होंने 48 दिन के बाद इस्तीफा दे दिया था, जबकि दूसरा कार्यकाल उन्होंने पूरा किया था फिर 2020 में तीसरी बार चुनाव में भारी बहुमत के साथ आम आदमी पार्टी की सरकार बनी और अरविंद केजरीवाल फिर सीएम बने. लेकिन, इस कार्यकाल में आबकारी नीति से जुड़े कथित घोटाले की आंच उनपर भी लगी और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.
ईडी की गिरफ्तारी के बाद से लगातार बीजेपी उनके इस्तीफे की मांग करती रही, लेकिन उन्होंने जेल में रहने के दौरान इस्तीफा नहीं दिया बल्कि जब उन्हें सुप्रीम कोर्ट से बेल मिली तो उसके बाद इस्तीफा देकर चुनाव में जाने का फैसला किया. उन्होंने यह तय किया जब जनता उन्हें ईमानदारी का सर्टिफिकेट देगी तब वह सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे.
अरविंद केजरीवाल दिल्ली के पहले सीएम नहीं हैं जो अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा न कर पाए हों. इससे पहले भी दिल्ली के कुछ सीएम हुए हैं जो किसी ना किसी कारणवश पांच साल सत्ता में बने नहीं रह पाए.
1952 से लेकर अब तक 6 सीएम पूरा नहीं कर पाएं है पांच साल
दिल्ली के पहले सीएम ब्रह्म प्रकाश (कांग्रेस) करीब 3 साल तक ही सीएम रह पाए. वह 17 मार्च 1952 से 12 फरवरी 1955 तक सीएम रहे. इसके बाद अगले सीएम गुरमुख निहाल सिंह जो दरियागंज से विधायक थे. उन्होंने 12 फरवरी 1955 से 1 नवंबर 1956 तक सेवा दी. वह दो साल तक का भी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. इसके बाद जब पहली दिल्ली में चुनाव हुए और बीजेपी के मदन लाल खुराना दिसंबर 1993 में सीएम बने तो वह भी दो साल से कुछ दिन ज्यादा ही इस पद पर रह पाए.
शीला दीक्षित पहली सीएम जिन्होंने सत्ता में पूरे किए 15 साल
इसके बाद फिर बीजेपी के साहिब सिंह वर्मा जो शालीबार बाग से निर्वाचित हुए थे, उनका कार्यकाल भी दो साल और 228 दिन का रहा. फरवरी 1996 से अक्टूबर 1998 के बीच वह सीएम रहे. इन सभी में सबसे छोटा कार्यकाल रहा दिवंगत सुषमा स्वराज का जो केवल 52 दिन के लिए ही दिल्ली की कमान संभाल पाईं. उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने का भी मौका नहीं मिला. सुषमा स्वराज 12 अक्टूबर 1998 से 3 दिसंबर 1998 तक ही दिल्ली की सीएम रहीं.
ये भी पढ़ें- आतिशी के CM बनने पर BJP की पहली प्रतिक्रिया, मनोज तिवारी बोले- 'बधाई लेकिन...'