G-20 कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा लेंगे दिल्ली के CM केजरीवाल, LG वीके सक्सेना भी रहेंगे मौजूद
Delhi News: भारत ने आधिकारिक तौर पर 01 दिसंबर को दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है. जी-20 समिट को लेकर एलजी के नेतृत्व में कई कामों को पूरा किया जाना है.
G-20 Summit: भारत में जी-20 अध्यक्षता के तहत होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे. पहली बार इस मसले पर कोई ऐसी मीटिंग हो रही है जिसमें दिल्ली के उप राज्यपाल, मुख्यमंत्री और सभी मंत्री हिस्सा लेंगे.
इस समय जी 20 समिट को लेकर एलजी के नेतृत्व में कई कामों को पूरा किया जाना है. भारत ने आधिकारिक तौर पर 01 दिसंबर को दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की. अगले साल होने वाले इस भव्य कार्यक्रम को लेकर हर स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गयी है.
दिल्ली सरकार के मंत्री भी उपराज्यपाल और केजरीवाल की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में शामिल होंगे. राष्ट्र या सरकारों के प्रमुखों के स्तर पर जी-20 नेताओं का शिखर सम्मेलन अगले साल 9 और 10 सितंबर को नयी दिल्ली में आयोजित होने वाला है.
इससे पहले 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के G20 प्रेसीडेंसी से संबंधित पहलुओं पर चर्चा करने के लिए वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग पर राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों की बैठक की अध्यक्षता की थी.
देश की ताकत दिखाने का मौका
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की G20 अध्यक्षता पूरे देश की है और यह देश की ताकत दिखाने का एक अनूठा अवसर है. प्रधानमंत्री ने आगे टीमवर्क के महत्व पर जोर दिया और विभिन्न जी20 आयोजनों के आयोजन में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग की मांग की.
देश के प्रत्येक हिस्से की विशिष्टता सामने आएगी
पीएम मोदी ने बताया कि जी20 प्रेसीडेंसी पारंपरिक बड़े महानगरों से परे भारत के कुछ हिस्सों को प्रदर्शित करने में मदद करेगी. इस प्रकार हमारे देश के प्रत्येक हिस्से की विशिष्टता को सामने आएगी. भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान बड़ी संख्या में भारत आने वाले आगंतुकों और विभिन्न आयोजनों पर अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के फोकस पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के इस अवसर का उपयोग करके खुद को एक आकर्षक व्यवसाय, निवेश और पर्यटन स्थलों के रूप में पुन: स्थापित करने के महत्व को समझाया.