Delhi News: राजधानी दिल्ली में पानी के बिल को लेकर सियासत तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी और बीजेपी में सियासी घमासान शुरू हो गया है. पानी के भारी भरकम बिलों को लेकर शनिवार (24 फरवरी) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और दिल्ली के उपराज्यपाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यहां मैं कई लोगों से मिला, बहुत सारे लोगों के पाने की गलत बिल आ रहे हैं, मौके पर मौजूद 50-50 गज के मकान वालों का पानी बिल भी 40,000 हजार रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक आये हुए हैं.
भारी भरकम बिल की वजह का जिक्र करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "कोरोना काल में कई महीने तक मीटर रीडर, मीटर रीडिंग लेने नहीं गए. उन्होंने दफ्तर में बैठकर फर्जी मीटर रीडिंग भर दी. इसकी वजह से गलत बिल आने लगे, भारी भरकम बिलों को जनता ने भरा ही नहीं और जिस पर इंट्रेस्ट, पेनाल्टी के कारण बिल लाखों में पहुंच गए है." अरविंद केजरीवाल ने कहा, "इसको लेकर आप सरकार ने एक आकलन किया है, जिसकी वजह से दिल्ली में 11 लाख परिवारों के बिल गलत आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 11 लाख परिवारों के बिल ठीक नहीं किए जा सकते हैं, इसको ठीक करने में 80 साल लगेंगे. इसलिए उनकी सरकार एक स्कीम लेकर आई है. जिसमें पुराने बिल जो गलत आए, इनको ठीक किया जाए."
'90 से 95 फीसदी लोगों को बिल माफ'
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गलत बिलों के कंप्यूटर में डालकर ऑटोमेटिक ठीक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पिछले पांच साल में दो ओके रीडिंग है, उसका औसत निकाल कर सारे महीनों के हिसाब से कैलकुलेट करेंगे. इसमें जिसका पानी का बिल 20 हजार से कम आएगा, उसका बिल जीरो कर दिया जाएगा. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारा अनुमान है कि 90 से 95 फीसदी तक लोगों का जिनका बिल गलत है, उनका बिल जीरो हो जाएगा. उन्होंने कहा कि आज कई लोग जल बोर्ड के चक्कर काट कर रहे हैं. जल बोर्ड में रिश्वत देने पर बिल ठीक हो जाता है.
बीजेपी पर सीएम केजरीवाल ने लगाए ये आरोप
गलत पानी के बिल की माफी को लेकर सीएम केजरीवाल ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि बिजली का बिल गलत है, वह बिल फाड़ कर फेंक दें. उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि मैं बिल माफ करवा कर छोड़ूंग. इसके लिए चाहे मुझे भूख हड़ताल करनी पड़े. केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी ने एलजी को कह कर ये स्कीम रुकवा दी है. ये बहुत गलत बात है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ये पब्लिक वेलफेयर की स्कीम है, बीजेपी को आम आदमी पार्टी से दुश्मनी है, बीजेपी को ऐसा नहीं करना चाहिए.
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