Delhi News: संसद में चल रहे मानसून सत्र दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार (25 जुलाई) को विपक्ष के गठबंधन इंडिया (INDIA) पर निशाना साधा. विपक्ष के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) पर पीएम मोदी ने कहा कि देश का विपक्ष भ्रमित और दिशा हीन है.  उन्होंने गठबंधन INDIA की ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिद्दीन से तुलना की है. पीएम के इस बयान ने विरोधी दलों को बयानबाजी का एक और मौका दे दिया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पीएम मोदी से सवाल किया कि उन्हें 'इंडिया' से नफरत क्यों है.


पीएम को 'इंडिया' से नफरत क्यों
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गठबंधन INDIA की ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिद्दीन से तुलना करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने ईस्ट इंडिया कंपनी बनाई और उन्हीं की तरह विपक्ष ने INDIA गठबंधन बनाया है. इसपर सवाल करते हुए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, प्रधानमंत्री को इंडिया से इतनी नफरत क्यों है? इसके अलावा आप नेता राघव चड्ढा ने भी पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि, वे अब INDIA शब्द से नफरत करने लगे हैं. लेकिन Govt of India, Prime Minister of India में भी India है. Start Up India, Digital India, Make In India, Khelo India जैसी शब्दावली देने वाले PM Modi को आज India से नफरत होने लगी है. 




पीएम के बयान पर आप सांसद संजय सिंह की हमला
बता दें कि, पीएम मोदी ने मंगलवार (25 जुलाई) को संसद में बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में कहा कि दिशाहीन विपक्ष इंडिया जैसे नामों के साथ आ रहा है, शायद वह यह नहीं जानता है कि पीएफआई और इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों का नाम भी इंडिया से शुरू होता है. पीएम ने कहा कि विपक्ष का इंडिया, ईस्ट इंडिया कंपनी जैसा है जिसने देश को गुलामी की जंजीरो से जकड़ दिया है. इसी के जवाब में पलटवार करते हुए आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि पीएम के पुरखे ईस्ट इंडिया कंपनी से निकले हुए हैं और वह अंग्रेजों की गुलामी करते थे, और अगर उनको इंडिया से इतनी ही नफरत है तो मोदी सरकार से निकले हुए हैं, अंग्रेजों की गुलामी करते थे. मोदी सरकार की योजनाओं में इंडिया क्यों है? 


पीएम के बयान पर संसद में हंगामा
पीएम मोदी के इस रिमॉर्क पर सदन में हंगामा हो गया और विपक्षी दलों के सांसद राज्यसभा में हंगामा करने लगे. राज्य सभा के चेयरमैन ने कहा कि प्रश्नकाल के दौरान तमाम सांसदों के पास मौका होता है कि वह सरकार से सवाल पूछ सकें, तमाम सांसदों को यह समझना चाहिए कि हंगामा कर इस समय को बर्बाद नहीं करना चाहिए.


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