Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंग्रेजों पर भारतीय शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने और इसे क्लर्क बनाने की प्रणाली में बदलने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने कहा कि छात्रों को नौकरी ढूढ़ने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनने की जरूरत है. इसके लिए उन्हें जरूरी प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता है. 


सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक दिन पहले गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जीजीएसआईपीयू) के पूर्वी दिल्ली परिसर के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के नारों से उनके संबोधन में व्यवधान उत्पन्न हुआ। सीएम केजरीवाल ने नए परिसर को देश को समर्पित किया और इसे देश के सर्वश्रेष्ठ परिसरों में से एक करार दिया।


मैकाले की शिक्षा पर बोला हमला


दिल्ली के सीएम ने कहा, “इसमें उत्कृष्ट सुविधाएं हैं और वास्तुकला के मामले में इसे देश के सर्वश्रेष्ठ परिसरों में से एक के रूप में गिना जा सकता है। इस परिसर में 2,500 छात्र आ सकते हैं। देशभर से छात्र यहां आकर रहेंगे, जिससे छात्रावास और सशुल्क अतिथि गृहों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।” जीजीएसआईपीयू ईस्ट दिल्ली कैंपस का सीधा असर यह होगा कि अब आसपास के इलाकों में दुकानों और रेस्तरां की संख्या भी बढ़ेंगी।” मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान ब्रिटिश नौकरशाह लॉर्ड मैकाले की एक ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाने को लेकर आलोचना की, जो शिक्षित क्लर्क को तैयार करने के लिए अभी तक मौजूद है।


आतिशी को मिली ब्रिटेन जाने की इजाजत


बता दें कि दिल्ली की शिक्षा मंत्री 14 जून से 20 जून तक ब्रिटेन की यात्रा करने वाली हैं. उन्हें 15 जून को आयोजित होने वाले ‘इंडिया ऐट 100 : टूवर्ड्स बिकमिंग ए ग्लोबल लीडर’ विषय पर एक सम्मेलन को संबोधित करने के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी ने उन्हें आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किया है. दो पहले ही दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा इस मामले में सख्त रुख अपनाने के बाद दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी को अगले सप्ताह ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर जाने की मंजूरी दी है.  


यह भी पढ़ें:  Atishi को विदेश जाने की मिली इजाजत, केंद्र ने Delhi हाईकोर्ट को दी इसकी जानकारी