B R Ambedkar School of Specialized Excellence: दिल्ली के सरकारी स्कूलों की चर्चा राजधानी के साथ-साथ देश के प्रमुख प्रदेशों में भी है. दिल्ली सरकार के मुताबिक यहां के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई और छात्रों को मिलने वाली सुविधाएं निजी स्कूलों के तर्ज पर देखने को मिलती हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को दिल्ली सरकार की ओर से जनकपुरी स्थित डीईएसयू कॉलोनी में डॉ. बी आर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस का उद्घाटन किया गया. इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, क्षेत्रीय विधायक के साथ-साथ शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी मौजूद रहे.


सबसे खास बात की 9वीं से लेकर 12वीं तक के इस सरकारी स्कूल में साइंस और ह्यूमैनिटी की पढ़ाई और 21वीं सदी में आवश्यक स्किल की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी. दिल्ली के शिक्षा मंत्री सीएम मनीष सिसोदिया ने इस सरकारी विद्यालय के बारे में जानकारी देते हुए बताया, "डॉ. बी आर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस के नाम से जाने जाने वाले इस सरकारी स्कूल में 1600 बच्चों को निजी स्कूल के तर्ज पर अच्छी शिक्षा प्रदान की जाएगी, जिसमें 9वीं से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई होगी."



'छात्रों में स्किल डेवलप करने की दी जाएगी ट्रेनिंग'


मनीष सिसोदिया ने आगे बताया, "इस सरकारी विद्यालय में साइंस और ह्यूमैनिटीज्म की पढ़ाई होगी. इसके साथ ही 21वीं सदी के लिए आवश्यक हर क्षेत्र के अनुसार छात्रों में स्किल विकसित करने की भी विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षाओं और अन्य महत्वपूर्ण परीक्षाओं के लिए भी इस सरकारी विद्यालय में छात्रों को तैयार किया जाएगा, जिससे उन्हें अतिरिक्त किसी प्रकार की कोचिंग करने की जरूरत नहीं होगी. आधुनिक सुविधाओं से संपन्न पुस्तकालय और प्रयोगशाला की सुविधा भी छात्रों के लिए उपलब्ध होगी."



सिसोदिया बोले- बनाते रहेंगे शिक्षा का मंदिर


इस विद्यालय को माता सरस्वती का मंदिर बताते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि दिल्ली के बच्चों के लिए यह बहुत बड़ा उपहार है. शिक्षा के जगह पर शिक्षा का मंदिर ही बनना चाहिए न कि इसके अलावा कोई इमारत. जिन लोगों की मनसा शिक्षा के ऐसे मंदिरों के खिलाफ है, उन ताकतवर लोगों से लड़कर ऐसे सरकारी स्कूल बनते रहेंगे, जिससे हमारे बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके और वह अपने भविष्य को संवार सकें.



जानिए सीएम केजरीवाल ने क्या कहा?


इस मौके पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे थे. सीएम केजरीवाल ने कहा, "उन्होंने अपने जीवन में हरियाणा के सबसे सर्वश्रेष्ठ निजी विद्यालय में पढ़ाई की है, लेकिन जनकपुरी का यह सरकारी स्कूल उससे भी कहीं बेहतर है. इस सरकारी विद्यालय में बच्चों की ओर चयनित उनके योग्यता अनुसार एक विशेष वर्ग (विज्ञान, कला, इंजीनियरिंग आदि ) में प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान की जाएगी. इससे वह अपना लक्ष्य समय रहते प्राप्त कर सकें और उन्हें कहीं भटकना न पड़े."



दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्रवेश के लिए बढ़ रहे आवेदन


सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके. उन्हें निजी विद्यालयों में पैसे खर्च करने की जरूरत न हो और लगातार हम इसमें सफल हो रहे हैं. यही वजह है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की 4,400 सीटों के लिए 96,000 आवेदन आए हैं. सीएम ने कहा, "दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्रवेश के लिए आवेदन लगातार बढ़ते जा रहे हैं, इसलिए सरकारी स्कूलों में एडमिशन अब आसान नहीं होगा. आप प्रवेश के लिए जमकर पढ़ाई करें और प्रवेश परीक्षा पास करें."


स्कूलों का कायाकल्प होता रहेगा: केजरीवाल


डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया , क्षेत्रीय विधायक और शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ-साथ बच्चों को इस अवसर पर बधाई देते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि आगे भी दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प होता रहेगा और बच्चों को अच्छी शिक्षा और प्रशिक्षण मिलती रहेगी.


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