Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal ) ने शुक्रवार को कहा कि देश में कुछ ‘राष्ट्र विरोधी’ ताकतों ने मनीष सिसोदिया (Manish Syodia ) को जेल भेजा. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग नहीं चाहते कि दलित और वंचित वर्ग के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि वह बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को महात्मा गांधी की तुलना में अधिक सम्मान देते हैं, क्योंकि शिक्षा के क्षेत्र में विपरीत परिस्थितियों में भी उनका दृढ़ संकल्प अडिग रहा.


आंबेडकर जयंती के मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि बाबासाहेब ने सपना देखा था कि सभी को सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले. लेकिन, इन लोगों ने पिछले 75 साल में सरकारी स्कूलों को बर्बाद कर दिया और देश में निजी स्कूल कुकुरमुत्तों की तरह पनप गए.


'भगवान ने भेजा था मनीष सिसोदिया को'
दिल्ली के सीएम ने कहा कि भगवान ने मनीष सिसोदिया नाम के एक आदमी को इन चीजों को दुरुस्त करने के लिए भेजा था. वह सुबह छह बजे से दिल्ली के स्कूलों का दौरा शुरू करते थे. उन्होंने करीब पांच साल में चीजों को बदल दिया. हम कह सकते हैं कि दिल्ली में आंबेडकर के सपने को साकार किया जा रहा है.


'ये लोग देश के दुश्मन'
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि 'कुछ राष्ट्र-विरोधी ताकतें नहीं चाहतीं कि देश तरक्की करे. कौन हैं ये लोग जो नहीं चाहते कि दलित बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले. इन सब लोगों ने मिलकर सिसोदिया को जेल भेज दिया. उन्होंने कहा कि ये लोग देश के दुश्मन हैं. उन्होंने कहा कि अतीत में जिन लोगों ने शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लाने का साहस दिखाया, उन्हें नौकरशाहों ने जेल में डाल दिया.'


'आंबेडकर सबसे प्रतिभाशाली'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोगों ने 'जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना' को भी रुकवा दिया, लेकिन वह एक महीने में इसे फिर शुरू करेंगे. इस योजना के तहत वंचित तबकों के बच्चों को निशुल्क शिक्षण प्रदान किया जाता है. उन्होंने कहा कि 'भारत ने कई महान हस्तियों को जन्म दिया, लेकिन आंबेडकर उनमें सबसे प्रतिभाशाली थे.'


'गांधी जी से अधिक सम्मान आंबेडकर को'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने सभी सरकारी कार्यालयों में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें लगाने का फैसला किया. इस पर कई लोगों ने कहा कि मैं गांधी जी को भूल गया. 'नहीं, मैं नहीं भूला. मैं गांधी जी का बहुत सम्मान करता हूं. उन्होंने देश के लिए संघर्ष किया, बलिदान दिया, वह एक महान व्यक्तित्व थे. लेकिन, मैं आंबेडकर का अधिक सम्मान करता हूं.'


'यह जादू के सिवाय कुछ नहीं'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाबा साबह भीमराव आंबेडकर का जन्म बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था. स्कूल में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी. वह 1913 में अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए गए. आज आपके पास इंटरनेट है. आप गूगल पर सर्च कर सकते हैं. आप कोलंबिया विश्वविद्यालय के बारे में जानते हैं. उस जमाने में उन्हें विश्वविद्यालय के बारे में कैसे पता चला? यह मुझे हैरान करता है. 'यह जादू के सिवाय कुछ नहीं है.'


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