Delhi News: राजधानी दिल्ली में पीने की पानी की समस्या सालों से चली आ रही है, जो गर्मियों के मौसम में और भी विकट हो जाती है. इससे निपटने की कवायद में केजरीवाल सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है, जिससे दिल्ली के लोगों के घर तक साफ-स्वच्छ और पर्याप्त पानी पहुंच सके. इसके लिए जहां एक तरफ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ जगह-जगह जलाशयों का निर्माण कर सोधित पानी को जलाशयों तक पहुंचाया जा रहा है. इसे आगे आरओ और ट्यूबवेल के जरिये पीने लायक बनाया जा सकेगा.


इसी योजना के तहत द्वारका के पप्पन कलां में बनाये गए दो अलग-अलग जलाशयों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल द्वारका पहुंचे. यहां उनके साथ मटियाला विधानसभा के विधायक गुलाब सिंह और जल बोर्ड के कई अधिकारी भी मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने 7 एकड़ और 4 एकड़ में बनाये गए दोनों जलाशयों का मुआयना किया. साथ ही सीएम ने यहां के पानी को साफ कर पीने के लायक बनाये जाने की योजनाओं के बारे में जानकारी ली.






पानी को शुद्ध करने की कोशिश
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में जिस पानी को शोधित किया जाता है, उसे आगे जलाशयों तक पहुंचा कर 10x10 शुद्धता का बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इससे दिल्ली में पानी की किल्लत को दूर किया जा सकेगा. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि पड़ोसी राज्यों से भी पानी के लिए बातचीत चल रही है. इसके अलावा दिल्ली में पानी की जो समस्या है उसे दूर करने के लिए पानी को रीचार्ज और रिसाइकिल कर उसे पीने लायक बनाने की कोशिश की जा रही है.


जलाशयों के निर्माण से ग्राउंड लेवल में हुआ सुधार
द्वारका के जलाशयों के बारे में बात करते हुए सीएम ने बताया कि ये दोनों जलाशय एक साल पहले बनाए गए थे. इससे दो तरह के फायदे होंगे, एक तो यहां से पानी को पीने लायक बनाया जाएगा. दूसरा इससे आधे किलोमीटर एरिया का भूजल स्तर भी बढ़ जाएगा. सीएम ने आगे बताया कि दोनों जलाशयों के आसपास के सवा 6 मीटर तक पानी का स्तर बढ़ गया है. पहले ये 20 मीटर नीचे तक चला गया था, जो अब 14 मीटर से कम हो गया है.



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