Delhi Transfer Posting Row: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इस समय विपक्ष से समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं. आज यानी रविवार को सुबह सीएम केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से मुलाकात की. वहीं मिली जानकारी के अनुसार अब सीएम अरविंद केजरीवाल 23 मई को ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से भी मुलाकात करेंगे. 


इसके बाद 24 मई बुधवार को केजरीवाल मुंबई में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से मिलेंगे. साथ ही 25 मई गुरुवार को शरद पवार (Sharad Pawar) से मुलाकात करेंगे. दरअसल, दिल्ली सीएम केंद्र सरकार के अध्यादेश को राज्यसभा में रोकने के लिए कवायद शुरू कर दी है. बता दें कि, नीतीश कुमार से मिलने के बाद दिल्ली सीएम यह दावा कर चुके हैं कि वह सभी विपक्ष के नेताओं को एकजुट करके साथ लाने की कोशिश करेंगे और केन्द्र के अध्यादेश को राज्यसभा में पास नहीं होने देंगे. इसी के चलते केजरीवाल सभी विपक्ष के नेताओं से मलाकात करने में जुटे हैं.


क्या है पूरा मामला?
दरअसल, अगर हम अध्यादेश की बात करें तो इसमें कहा गया है कि, दिल्ली भारत की राजधानी है, जो सीधे राष्ट्रपति के अधीन है. ऐसे में अधिकारियों के फेरबदल का अधिकार राष्ट्रपति के अधीन रहेगा. इस अध्यादेश के अनुसार राजधानी में अब अधिकारियों का तबादला और नियुक्ति नेशनल कैपिटल सिविल सर्विसेज अथॉरिटी (एनसीसीएसए) के माध्यम से होगी. इस अध्यादेश में कहा गया है कि इस एनसीसीएसए के अध्यक्ष दिल्ली के मुख्यमंत्री होंगे. मगर मुख्य सचिव व गृह सचिव इसके सदस्य होंगे. मुख्य सचिव व गृह सचिव की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी. अधिकारियों की नियुक्ति के विषय में एनसीसीएसए उपराज्यपाल को अनुमोदन करेगी और अधिकारियों के तबादला और नियुक्ति में अगर कोई विवाद होता है तो आखिरी फैसला दिल्ली के एलजी का मान्य होगा.



ये भी पढ़ें: Centre Ordinance On Delhi: केंद्र के अध्यादेश को संसद में मात देने की तैयारी, CM अरविंद केजरीवाल ने विपक्ष को पहले ही कहा थैंक्यू