Delhi School News: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने द्वारका सेक्टर 19 में एक नए सरकारी स्कूल का शिलान्यास किया. इस अवसर पर उन्होंने अध्यापकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक शानदार स्कूल होगा, जो दिल्ली के सभी मॉडर्न प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ देगा.


इस स्कूल में आसपास के इलाकों के 2 से ढाई हजार बच्चे पढ़ सकेंगे. उन्होंने बताया कि इस स्कूल में 104 कमरे, लाइब्रेरी, एक एंफीथिएटर, बैडमिंटन कोर्ट और बास्केटबॉल कोर्ट होंगे. आतिशी ने दावा किया कि द्वारका के बड़े से बड़े प्राइवेट स्कूल में भी इतनी सुविधा नहीं होगी.


मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़े प्रयास किए हैं और पिछले 7 साल से लगातार दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 12वीं के रिजल्ट्स प्राइवेट स्कूल से बेहतर आ रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली देश का इकलौता राज्य बन गया है जहां पिछले सालों में 4 लाख से ज्यादा बच्चे प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में दाखिला ले रहे हैं. जबकि, देश भर के सरकारी स्कूलों की हालत और वहां की पढ़ाई का माहौल आज भी वैसा ही है जैसा कि 2015 के पहले दिल्ली के स्कूलों की थी.


 12वीं के रिजल्ट प्राइवेट स्कूल से बेहतर


सीएम आतिशी ने कहा,  ''2015 में दिल्ली वालों ने आम आदमी अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का सीएम बना दिया और शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने दिल्ली में चमत्कार कर दिया. उन्होंने कहा चाहे कोई बच्चा गरीब परिवार से हो या अमीर हर बच्चे को अच्छे से अच्छे स्कूल में पढ़कर आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. जिसे उन्होंने करके दिखाया. 2015 में दिल्ली ने अपने 25% का बजट शिक्षा में लगाया. 10 साल से लगातार दिल्ली सरकार सबसे ज्यादा पैसा अपने बच्चों के भविष्य पर लगाती है.


उन्होंने कहा कि 2015 में जब हमारी सरकार बनी तो कुल मिलाकर दिल्ली के स्कूलों में 24,000 कमरे होते थे, लेकिन पिछले 10 साल से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हमारी सरकार ने 22,000 से ज्यादा शानदार कमरे बना कर दिखा दिए. जहां पहले नेता विदेश घूमने जाते थे, वहां केजरीवाल ने टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजा. इन सब प्रयासों का नतीजा है कि पिछले 7 साल से लगातार दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 12वीं के रिजल्ट्स प्राइवेट स्कूल से बेहतर आ रहे हैं.


लोगों से अपील करें शिक्षा के नाम पर और अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट


इस मौके पर आतिशी ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे शिक्षा के नाम पर वोट दें और अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट दें. उन्होंने कहा कि अगर हमने शिक्षा के नाम पर वोट नहीं दिया, तो इसके बाद देश का कोई भी नेता स्कूल बनाने का काम नहीं करेगा और कोई भी सरकारी स्कूल बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का काम नहीं करेगा. कोई भी सरकारी स्कूल बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का काम नहीं करेगा. यह आपको तय करना है कि अच्छा काम करने वालों को लाना है या जात पात करने वालों को. हमारे देश का भविष्य अब आपके हाथों में है.