Delhi Politics: दिल्ली में बस मार्शल्स के मुद्दे पर सियासत जारी है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी की तरफ से वार पलटवार हो रहे हैं. मुख्यमंत्री आतिशी ने आम आदमी पार्टी की सरकार के कार्यों का बखान किया. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार बनने के बाद महिला सुरक्षा, बस मार्शल्स की तैनाती और सीसीटीवी लगवाने का काम किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि कि 2023 में बीजेपी के इशारे पर बस मार्शल्स की सैलरी और नौकरी पर संकट आया.
मुख्यमंत्री आतिशी ने दावा किया कि बस मार्शल्स के संघर्ष में आम आदमी पार्टी ने साथ दिया. विधायकों और मंत्रियों ने लाठी खाई. आखिरकार आम आदमी पार्टी का संघर्ष रंग लाया. दबाव में केंद्र सरकार ने बस मार्शल्स की बहाली को हरी झंडी दिखाई. उन्होंने कहा कि बस मार्शल्स के नहीं होने से महिलाएं असुरक्षित हैं.
बस मार्शल्स के मुद्दे पर सीएम आतिशी का बयान
उन्होंने बताया कि कल उपराज्यपाल को कैबिनेट ने बस मार्शल्स की बहाली से संबंधित प्रस्ताव पास कर भेजा है. उपराज्यपाल से मार्शल्स की बहाली के लिए नीति बनाने का आग्रह किया गया है. मुख्यमंत्री आतिशी के मुताबिक दूसरे प्रस्ताव में नीति तैयार नहीं होने तक वैकल्पित बहाली का रास्ता निकालने की गुजारिश की गयी है. उन्होंने कहा कि बस मार्शल्स की लड़ाई को आम आदमी पार्टी का समर्थन है. मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने प्रस्ताव को उपराज्यपाल से मंजूर कराने का दावा किया था. उन्होंने कहा कि अब बीजेपी विधायक आगे क्यों नहीं आ रहे हैं.
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उपराज्यपाल को नीति बनाने में इतना वक्त लगेगा कि बस मार्शल्स की जिंदगी बर्बाद हो जायेगी. उन्होंने उपराज्यपाल का नियमित नीति के नाम पर राजनीति नहीं करने की सलाह दी. उन्होंने उपराज्यपाल के अधिकार का हवाला देते हुए बस मार्शल्स की तत्काल बहाली की मांग की.
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