Delhi News: भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के आधिकारिक आवास की मरम्मत पर प्रतिवर्ष औसतन 8.5 करोड़ रुपए खर्च होने पर एक बार फिर सवाल उठाया है. बीजेपी (BJP) के नेताओं का आरोप है कि मुख्यमंत्री आवास में छोटी-मोटी मरम्मत, नवीकरण, प्लंबर कार्यों की आड़ में भ्रष्टाचार और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग अरविंद केजरीवाल सरकार का पर्याय बन गया है. अब इस मामले में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने (Virendra Sachdeva) ने सीबीआई (CBI Inquiry) जांच की मांग की है.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि एक आरटीआई में हुए खुलासे से जानकर हैरानी हुई है कि 2015 से 2022 के बीच 8 वर्षों में दिल्ली सीएम आवास में छोटे-मोटे सिविल वर्क, सेनेटरी, प्लंबिंग, बढ़ईगीरी आदि के काम पर प्रति वर्ष औसतन 8.5 करोड़ रुपए खर्च हुए.
पुराने बंगले की मरम्मत पर खर्च हुए 29 करोड़
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि एक तरफ अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास परिसर में नगर निगम की अनुमति के बिना नए बंगले के निर्माण पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि, पुराने बंगले की छोटी-मोटी मरम्मत पर 8 साल में 29.56 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच जरूरी
दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. उन्होंने ये भी कहा कि सीएम आवास परिसर में नए निर्माण और मरम्मत, नवीकरण पर 80 करोड़ से अधिक खर्च हुए. उनका कहना है कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की सीबीआई जांच आवश्यक है. बता दें कि पिछले कुछ समय से दिल्ली सीएम आवास विवाद लगातार सुर्खियों में रहा है. दिल्ली बीजेपी इसे लगातार उठा रही है. बीजेपी का आरोप कि सीएम आवास का निर्माण गलत तरीके से हुआ है. इसके निर्माण पर पैसों का आवंटन भी गलत तरीके से हुआ.