Delhi Coaching Centre Flood: केंद्रीय राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में बीते दिनों राव आईएएस कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद सरकार और स्थानीय प्रशासन ने कोचिंग संस्थान के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इसे सील कर दिया है. 


दिल्ली पुलिस ने कोचिंग हादसे को लेकर अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि इस घटना की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं है. इनमें से 6 लोगों का ताल्लुक कोचिंग संस्थान और इससे संबंधित बिल्डिंग के लोगों से है. 


जबकि गिरफ्तार एक अन्य व्यक्ती एसयूवी ड्राइवर मनोज खटरिया है. दिल्ली पुलिस ने मनोज खटरिया पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज  किया है. मनोज खटरिया की पत्नी सीमा ने अपनी पति के निर्दोष होने का दावा किया है.


एसयूवी ड्राइवर की पत्नी ने क्या कहा?
इस पूरे मामले में एसयूवी ड्राइवर मनोज की पत्नी सीमा का बयान सामने आया है. एक मीडिया संस्थान से बातचीत में सीमा ने कहा कि उनका परिवार सदमें में है. उन्होंने कहा कि जो भी हुआ गलत हुआ है. 


सीमा ने बताया कि उनके पति पर गलत आरोप लगाए गए हैं, इसकी वजह यह है कि वह मौके पर तेज गति से नहीं जा रहे थे. उन्होंने कहा कि जलभराव की वजह से पुलिस को बैरिकेडिंग करना चाहिए था. 


एसयूवी ड्राइवर मनोज खटरिया पर पुलिस के हाई स्पीड से गाड़ी चलाने के आरोप उनकी पत्नी सीमा ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें अपने देश के ज्यूडिशियरी पर पूरा भरोसा है. सीमा ने पति मनोज खटरिया को जल्द बेल मिलने की उम्मीद जताई है. 


एसयूवी ड्राइवर मनोज खटरिया पर आरोप है कि कार के रफ्तार की वजह से पानी की लहरों से कोचिंग का गेट डैमेज हो गया है. इसकी वजह से बेसमेंट में तेजी से पानी भर गया. इसे ड्राइवर की लापरवाही बताते हुए और पुलिस ने इसी आरोप में उसे अरेस्ट कर लिया.


जमानत के लिए किया हाईकोर्ट का रुख
दिल्ली पुलिस ने एसयूवी ड्राइव मनोज खटरिया पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है. इसके बाद कथित आरोपी ड्राइवर ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है. हाईकोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने इसका विरोध किया.


दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में क्या कहा?
मनोज खटरिया की जमानत का विरोध करते हुए तर्क भी अजीब दिए गए. पुलिस की ओर से कहा गया कि सड़क पर जलभराव के बावजूद ड्राइवर ने कार की स्पीड कम नहीं की. पुलिस ने गाड़ी के मालिक को 'मस्तीखोर' करार दिया और कहा कि वह बारिश में मजे करने के लिए लापरवाही से गाड़ी चला रहा था.


हाईकोर्ट में एक और अजीब तर्क दिया गया कि ड्राइवर स्थानीय व्यक्ति है और उसे पता था कि कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में क्लास चलती है और वहां बाढ़ आने की संभावना रहती है. उसको पता था कि कोचिंग सेंटर के पास स्पीड में ड्राइव करने का यह सही समय नहीं है. 


कोर्ट में ड्राइवर के वकील ने दी सफाई
हाईकोर्ट में ड्राइवर की तरफ से पेश वकील ने सफाई पेश करते हुए कहा कि गाड़ी चलाते समय कोई भी व्यक्ति हर दरवाजे पर जाकर कैसे खटखटाएगा? उसे कैसे पता होगा कि घरों के अंदर या किसी बेसमेंट के अंदर क्या चल रहा है?


क्या है पूरा मामला?
दरअसल, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार (27 जुलाई) को भारी बारिश के बाद राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया. पानी भरने सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो गई.


मृतकों में एक छात्र और दो छात्राएं शामिल हैं. इस हादसे के बाद सवाल उठ रहा है कि आखिर 3 मिनट के भीतर बेसमेंट में 12 फुट पानी कैसे भर गया. 


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