Delhi Coaching Basement Incident: राजधानी दिल्ली में रविवार (28 जुलाई) को बारिश के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया. बेसमेंट में अचानक पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई.


इस घनटा की सूचना मिलते ही पुलिस, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया. इस हादसे में एक छात्र और दो छात्राओं की मौत हो गई. उनमें से एक मृतक छात्रा तान्या थी, जो तेंलगाना की रहने वाली हैं.


इस हादसे को लेकर मृतका छात्रा तान्या के परिजन राम प्रतीक ने दिल्ली सरकार और एमसीडी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने बताया कि इस घटना के बारे में आज रविवार (28 जुलाई) सुबह में पता चला. 


'सारे इंस्टीट्यूट की हो जांच'
तान्या यहां रहकर प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी कर रही थीं. तान्या के परिजन राम प्रतीक ने कहा, "यह एक बड़ा हादसा है, जिसकी जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी. चाहे वह सरकार हो, प्रशासन हो या फिर एमसीडी." उन्होंने कहा, "इस घटना के बाद सारे इंस्टीट्यूट की जांच होनी चाहिए." 


'जो पढ़ाई से सिस्टम बदलना...'
राम प्रतीक ने हादसे को लेकर कहा, "जिस जगह स्टोरेज की इजाजत थी, वहां पर लाइब्रेरी चल रही थी." उन्होंने तान्या की मौत को लेकर कहा, "जो लड़की पढ़ाई के जरिये सिस्टम को बदलना चाहती थी, वह खुद सिस्टम की शिकार हो गई." उन्होंने कहा कि इसके लिए एमसीडी, प्रशासन, इंस्टीट्यूट और संबंधित अथॉरिटी इसके लिए जिम्मेदार हैं


बता दें, इस हादसे में मृतका तान्या सोनी का ताल्लुक तेलंगाना के सिकंदराबाद से था. हालांकि उनके परिवार वाले बिहार के मूल निवासी हैं. उनका अंतिम संस्कार बिहार में होगा. 


मृतक श्रेया के परिजनों ने की ये मांग 
इसी हादसे में एक अन्य मृतक छात्रा श्रेया यादव हैं. वह यूपी के अंबेडकर नगर की रहने वाली थी, उनकी मौत की खबर मिलते ही घर में मातम पसरा है. वह भी इसी कोचिंग में प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रही थीं. 


मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, मृतका श्रेया यादव के परिजनों ने भी कोचिंग संस्थान की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब कोचिंग संस्थान में लाइब्रेरी की कोई व्यवस्था नहीं थी, तो ये लाइब्रेरी कैसे चल रही थी.


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