(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
International Women Day 2022: दिल्ली महिला आयोग ने 64 लोगों को किया सम्मानित, देखें लिस्ट में कौन-कौन है शामिल
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली महिला आयोग की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में आम आदमी से लेकर महिलाओं को सम्मानित किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आयोग के काम की प्रशंसा की.
International Women Day: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली महिला आयोग 64 लोगों को सम्मानित किया है. सम्मान पाने वालों में डिफेंस, खेल, सामाजिक संस्थाओं और आम नागरिक भी शामिल हैं. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. हर साल 8 मार्च को दिल्ली महिला आयोग देश की महिलाओं के हित का काम करनेवालों को सम्मानित करता है. इस साल भी आयोग की तरफ से 64 लोगों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में दिल्ली के कई कैबिनेट मंत्री, कैनेडियन हाई कमिश्नर कैमरून माइके, DG BRO Lt Gen राजीव चौधरी, VSM और एयर मार्शल K अनंथरमन, VSM भी शामिल हुए. उन्होंने दिल्ली महिला आयोग के काम की प्रशंसा की.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रम
सम्मान हासिल करने वाले मुख्य चेहरों में टोक्यो ओलंपिक खेल से पूरी दुनिया को लुभाने वाली भारतीय हॉकी टीम की सदस्य नामित टूपो और राजानी एतिमारपु शामिल हैं. गलवान घाटी में शहीद हुए बिहार रेजीमेंट की शान दीपक सिंह की पत्नी रेखा देवी को भी आयोग ने सम्मानित किया. रेखा देवी अब जल्द डिफेंस फोर्सेज का हिस्सा बनने जा रहीं हैं. इसके इलावा मुख्य चेहरों में 73वें गणतंत्र दिवस पर नौसेना की टुकड़ी की अगुवाई करने वाली नौसेना की कमांडर अंचल शर्मा भी शामिल हैं. उनके नेतृत्व में नौसेना को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ते का सम्मान मिला था.
पुलिस के दबंग ऑफिसर्स का सम्मान
दिल्ली पुलिस के कई दबंग ऑफिसर्स को भी सम्मानित किया गया. सम्मान पानेवालों में प्रमुख नाम हेड कांस्टेबल ज्योति देवी का है. उन्होंने बीते वर्ष अलग-अलग राज्यों में 130 से अधिक गुमशुदा बच्चों को ढूंढ निकाला. इसके अलावा और भी कई डिफेंस और अन्य क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को सम्मानित किया गया. आयोग ने कई बुर्जुग महिलाओं को भी जज्बे के लिए पुरुस्कार दिया. 81 साल की राम बेटी और 89 साल की शांताबाई देवी शामिल को पुरस्कार मिला. 81 साल की दिव्यांग राम बेटी खुद काम की बदौलत दो पोतों की पढ़ाई और अन्य जरूरतों को पूरा कर रही हैं.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने राम बेटी से कई बार मुलाकात की है और उनकी समास्यों को हल करने के लिए पब्लिक फंड रेजर भी करवाया है. पुण्य काम में कई लोगों ने आगे आकर महत्त्वपूर्ण योगदान दिया. दूसरी तरफ 89 साल की शांताबाई बुढ़ापे में भी खुद साइकिल चला कर 22 किमो की दूरी तय कर रोजाना काम पर जाती हैं. हिम्मत और हौसले के लिए आयोग ने शांताबाई का अभिनंदन किया. इस मौके पर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो 17 वर्षीय बच्चियों को भी सम्मानित किया.
दोनों आज दिल्ली सरकार के एंटरप्रेन्योर प्रोग्राम बिजनेस ब्लास्टर्स के तहत एक कामयाब व्यवसाय चला रही हैं. दिल्ली सरकार की अनूठी पहल के तहत सरकारी स्कूलों की योग्यता को बढ़ाया गया और बच्चों को "जॉब सीकर" से "जॉब क्रिएटर" बनाने के लिए आर्थिक मदद देकर काम शुरू कराया. प्रोग्राम का लाभ उठाकर 17 वर्षीय योगिता ने कपड़ों का बिजनेस शुरू किया. आज उसके साथ 60 से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं. काम में 10 से अधिक महिलाएं दिल्ली से और बाकी बाहर की हाथ बंटा रही हैं.
इंस्टाग्राम की बड़ी सेलिब्रिटी प्राजक्ता कोली और भारत की पहली मिसेज इंडिया बनने वाली डॉक्टर अदिति गोवित्रिकर को भी आयोग ने सम्मानित किया. आयोग की तरफ से इसरो (ISRO) की भी 3 वरिष्ठ वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया. उन्होंने इसरो के अलग-अलग अभियानों जैसे चंद्रयान और मंगलयान अभियान में विशेष योगदान दिया. आयोग ने एसिड अटैक सर्वाइवर रेशमा क्वेरेशी को भी सम्मनित किया. उन्होंने मुसीबत झेलने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और फैशन जगत में अलग नाम कमाया.
रेशमा न्यूयॉर्क फैशन वीक का हिस्सा रह चुकी हैं और साथ ही सोशल मीडिया पर जाना पहचाना चेहरा भी हैं. पिछले साल दिल्ली दंगों में बबली नामक महिला ने सूझबूझ दिखाते हुए दो मासूम बच्चों की जान बचाई थी. बबली ने बच्चों को अकेला देख अपने घर में आश्रय दिया और उनकी रखवाली के लिए 2 दिन पहरा देती रहीं. आयोग ने बबली को पुण्यदायक काम के लिए सम्मानित किया. आयोग की तरफ से दो ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट को भी सम्मानित किया गया. मुख्य चेहरा रहीं महाराष्ट्र की रहने वाली गौरी सावंत और ट्रांसजेंडर मॉडल नाज़ जोशी हैं. गौरी सावंत ने सारी जिंदगी ट्रांसजेंडरों के हक की लड़ाई को समर्पित किया है. उनके प्रयासों से सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडर को तीसरा लिंग वर्ग घोषित किया था. आज नाज फैशन जगत का एक जाना माना नाम है और भारत की पहली ट्रांसजेंडर ब्यूटी क्वीन भी हैं.
आम आदमी से लेकर महिलाओं का भी सम्मान
सम्मान पाने वालों में दिल्ली के कई आम आदमी और महिलाएं भी हैं. आयोग का कहना है कि अवॉर्ड्स का मकसद देश के हर नागरिक को प्रोत्साहित करना है और साथ ही उन महान लोगों को सामने लाना है जिन्होंने महिलाओं की रक्षा और उत्थान के लिए बेहतरीन काम किया. अवॉर्ड सेरेमनी को संबोधित करते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, "दिल्ली महिला आयोग ने पिछले पांच साल में अभूतपूर्व और अविश्वसनीय कार्य करके दिखाए हैं. आयोग ने पिछले 5 साल में 1.23 लाख से भी ऊपर मामलों की सुनवाई की. 15 लाख से भी ज़्यादा कॉल 181 हेल्पलाइन पर अटेंड की और अनगिनत बच्चियों, महिलाओं को अलग अलग जगहों से रेस्क्यू करवाया."
उन्होंने कहा, "दिल्ली महिला आयोग अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देश की हर महिला को सलाम करता है, और ऐसे हर व्यक्ति को सलाम करता है जो महिलाओं के हितों के लिए काम कर रहे हैं. हमारी जंग जारी है और हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली और देश की हर महिला को एक सुरक्षित वातावरण मिले." इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली महिला आयोग की प्रशंसा की. उन्होंने देश का इकलौता आयोग बताते हुए कहा कि लोग उसके काम से पहचानते हैं. स्वाति मालीवाल ने जान जोखिम में डालते हुए तस्करी, अवैध शराब पर रोक लगाने का काम किया है और ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा की मालीवाल "लेडी सिंघम हैं". मालीवाल ने गढ़ में घुसकर अपराधियों को दबोच निकाला और 6 वर्षों में बड़े बड़े काम कर दिखाया.