MCD News: एमसीडी कर्मियों को मिला कांग्रेस का साथ, कहा- 'साफ-सुथरी दिल्ली के लिए भर्ती किए जाएं 50 हजार सफाईकर्मी'
MCD Workers Protest: दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्मचारी बुधवार को एमसीडी हेडक्वार्टर सिविक सेंटर पर धरना प्रदर्शन करेंगे. सफाई कर्मचारियों की मांग है कि दिल्ली सरकार उन्हें पक्का करे.
Delhi News: दिल्ली नगर निगम के हजारों सफाई कर्मचारी बुधवार से सिविक सेंटर पर धरना प्रदर्शन करेंगे. सफाईकर्मियों ने नौकरी पक्का करने की मांग पूरी होने तक धरना जारी रखने का एलान किया है. कांग्रेस पार्षद नाजिया दानिश ने कहा कि दिल्ली नगर निगम समस्त यूनियन कोर कमेटी द्वारा कल सिविक सेंटर पर होने वाले धरने में कांग्रेस के सभी निगम पार्षद व पूर्व पार्षद सहित कार्यकर्ता निगम कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में धरने में हिस्सा लेंगे. एमसीडी में कांग्रेस के पूर्व नेता जितेंद्र कोचर ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने सफाइकर्मियों की मांगों और धरने को अपना समर्थन देने का एलान किया है.
50 हजार पक्के सफाईकर्मियों की जरूरत
उन्होंने कहा कि दिल्ली में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगभग 50 हजार नए कर्मचारियों की भर्ती की आवश्यकता है. निगम द्वारा 7000 नए अस्थाई कर्मचारियों की भर्ती की कांग्रेस निंदा करती है. इतनी कम संख्या में भर्ती करने से सफाई व्यवस्था में कोई सुधार नही होगा. उन्होंने मांग की है कि दिल्ली नगर निगम पहले नियमित कर्मचारियों को पक्का करे. अस्थाई कर्मचारियों को नियमित करें उसके पश्चात अस्थाई कर्मचारियों का प्रारुप तैयार किया जाना चाहिए. इसके अलावा, कांग्रेस ने ठेके पर काम कर रहे सभी कर्मचारियों को निगम के तहत कार्यरत कर्मचारी रखने की भी आप सरकार से मांग की है.
दिल्ली सरकार को कांग्रेस की चेतावनी
कांग्रेस के पूर्व विधायक जय किशन ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस की सरकारों ने ही हमेशा कर्मचारियों और लोगों के हितों की रक्षा के लिए नीतियां बनाई है. उन्होंने कहा कि निगम में सत्तासीन आम आदमी पार्टी ने अगर निगम कर्मचारियों की प्रस्तावित मांगों को नहीं माना तो 27 फरवरी को सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल करेंगे. उन्होंने कहा कि पूर्व में सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार 240 दिन की निश्चित समय सीमा पूरी करने के बाद उसे स्थाई करने का प्रावधान किया गया था जिस पर मौजूदा आम आदमी पार्टी और पूर्व में बीजेप ने कभी अमल नहीं किया.
पूर्व विधायक श्री वीर सिंह धींगान और चरण सिंह कंडेरा ने कहा कि सत्ता में आने से पूर्व सफाई कर्मचारियों से वादा किया गया था कि अस्थाई और अनुबंधित कर्मचारियों को पक्का किया जाऐगा और ठेकेदारी प्रथा को खत्म किया जाऐगा. जबकि एक वर्ष से अधिक होने के बावजूद न तो किसी कर्मचारी को पक्का किया गया और न ही ठेकेदारी प्रथा को हटाने संबधी को निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि नई भर्ती पर रोक लगाना और रिटायर्ड कर्मचारियों के स्थान पर भर्ती नही करने का हम विरोध करते है जबकि नौकरी पर कर्मचारी के मरने के बाद करुणामूलक आधार पर भी नौकरी देने में कई सालों का समय लग रहा है और नौकरी स्थाई न देकर रेगूलर दी जा रही है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के समय जिन सफाई कर्मचारियों की मौत हुई थी उन्हें अभी तक 1 करोड़ रुपया मुआवजा के रुप में नही दिया गया, जिसके चलते कर्मचारियों रोष है.