Delhi News: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी पदाधिकारिायों की बैठक की. उन्होंने सभी जिला अध्यक्षों से आह्वान किया कि लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रत्येक बूथ पर पूरी तरह सक्रिय होकर तैयारी करनी होगी. पिछले 10 वर्षों में सातों भाजपा सांसदों द्वारा जनहित में कोई काम नही किया गया. उन्होंने कहा की लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस भाजपा सांसदों के वादों बनाम प्रदर्शन की विफलताओं को उजागर करेगी.
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इनकी निष्क्रियता और दोहरे मापदंड की नीति को उजागर करना होगा. भाजपा सांसदों ने गरीब, मध्यम वर्ग और निम्न वर्ग के लिए कोई काम नहीं किया अब समय आ गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने के लिए पूरी ताकत से सड़कों पर उतर भाजपा सांसदों तथा अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बेनकाब करना चाहिए.
कांग्रेस के जनहित में किए कार्यों की दिलाएं याद
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष लवली के मुताबिक बीजेपी सांसदों ने वोट पाने के लिए लोगों से झूठे वादे किए. लोकसभा, दिल्ली और एमसीडी चुनाव जीतने के बाद वो दिल्ली के लोगों को भूल गए. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली के लोगों को कांग्रेस द्वारा किए गए विकास और कल्याणकारी कार्यों के बारे में याद दिलाना होगा. जब कांग्रेस दिल्ली में सत्ता में थी, तब दिल्ली का अभूतपूर्व चहुंमुखी विकास हुआ था. कांग्रेस सरकारों ने हमेशा अपने वादों को पूरा किया है. चाहे पार्टी केंद्र में सत्ता में हो या दिल्ली में, भाजपा केवल बड़े.बड़े वादे करती है. लोगों से किए वादों को कभी पूरा नहीं करती है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लोगों के सामने बीजेपी की इन्हीं कमजोरियों को उजागर करने की जरूरत है.
बीजेपी की नाकामियों को सामने लाना जरूरी
अरविन्दर सिंह लवली ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली के लोगों को बताना होगा कि पिछले 9 वर्षों में संकट की घड़ी में दिल्ली के सातों भाजपा सांसदों ने उन्हें निराश किया और धोखा दिया है. कोविड-19 महामारी के दौरान जब राजधानी में मौत का तांडव मचा, हजारों लोग मेडिकल ऑक्सीजन, अस्पताल में बेड, दवाओं, एम्बुलेंस आदि की कमी के कारण मर गए. तब बीजेपी सांसद और उनके नेता अपने घरों के अंदर बंद रहे. दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं अपनी जान जोखिम में डालकर संकट में दिल्ली के लोगों की मदद करने का काम कर रहे थे. केंद्र में बीजेपी सरकार होने के बावजूद उनके सांसदों ने दिल्लीवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए कुछ नहीं किया.