दिल्ली में कांग्रेस को बड़ा झटका, 5 बार के विधायक मतीन अहमद अब AAP में शामिल
Mateen Ahmed News: दिल्ली कांग्रेस में पांच बाद विधायक रहे मतीन अहमद दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
Mateen Ahmed Joins AAP: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. दिल्ली में कांग्रेस के पांच बार के विधायक मतीन अहम रविवार (10 नवंबर) को आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए हैं. मतीन अहमद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. दिल्ली चुनाव से पहले मतीन अहमद का कांग्रेस में शामिल होना बड़ा नुकसान माना जा रहा है.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने मतीन के घर जाकर उन्हें पार्टी में शामिल करवाया. इस दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन भी मौजूद थे. अरविंद केजरीवाल खुद मतीन के घर चलकर आए. इससे साफ हो गया आगामी विधानसभा का टिकट इनके परिवार का पक्का हो गया.
Senior Congress leader, 5-time MLA Chaudhary Mateen Ahmed joined AAP today in the presence of AAP National Convenor Arvind Kejriwal.
— ANI (@ANI) November 10, 2024
(Pics: AAP) pic.twitter.com/e5k7Sxpvg0
इन क्षेत्रों में मतीन अहमद की पकड़ मजबूत
मतीन अहमद 1993 से 2015 के दौरान सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र में पांच बार विधायक रहे हैं. वह दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष भी रहे हैं. उन्हें शीला दीक्षित के सीएम रहते हुए दिल्ली वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष भी बनाया गया था. दिल्ली मुस्लिम मतदाता प्रभाव वाले करीब दस विधानसभा क्षेत्रों में इनकी पकड़ अच्छी मानी जाती है.
दिवाली के मौके पर मतीन अहमद के बेटे और कांग्रेस के बाबरपुर जिलाध्यक्ष चौधरी जुबेर और चौहान बांगर से कांग्रेस पार्षद शगुफ्ता चौधरी आम आदमी पार्टी में शामिल हुई थीं. दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों पर फरवरी 2025 में विधानसभा चुनाव होना है.
कौन हैं मतीन अहमद?
मतीन अहमद पहली बार 1993 में जनता दल के टिकट पर दिल्ली के सीलमपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए थे. उन्होंने बीजेपी के जय किशन दास गुप्ता 1,438 मतों से हराया था. 1996 में उन्होंने जनता दल छोड़ दिया और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. 1998 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें कांग्रेस द्वारा टिकट देने से इनकार कर दिया गया. उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और बीजेपी को 16,375 मतों से हराया.
साल 2003 और 2008 विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस के टिकट पर तीसरी और चौथी बार दिल्ली विधानसभा के लिए चुने गए.
ये भी पढ़ें: देवेंद्र यादव ने AAP-BJP पर साधा निशाना, कहा- 'बेरोजगारी और महंगाई में दिल्ली को बना दिया नंबर वन'