Delhi News: बीजेपी और केंद्र के खिलाफ आप और कांग्रेस के बीच आपसी सहमति बनने के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस (Congress) कमेटी के नेताओं के भी सुर बद लगए हैं. अब कांग्रेस के नेता हर पल आप (AAP) नेताओं व दिल्ली सरकार (Delhi Government) को कोसने के बजाए बीजेपी (BJP) और मोदी सरकार (Modi government) को निशाने पर लगे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी (Anil chaudhary) और दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया के नेतृत्व में जंतर मंतर पर बीजेपी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की तानाशाही (Dictator) रवैये, देश के बिगड़ते हालात, पिछले ढ़ाई महीनों से अधिक समय से मणिपुर में सांप्रदायिक तबाही और गरीबों के लिए उठाई गई राहुल जी की आवाज को दबाने की कोशिश के खिलाफ मौन सत्याग्रह रखा.
चौधरी अनिल कुमार ने बताया कि पिछले 9 वर्षों में बीजेपी की देश विरोधी कूटनीति और पूंजीपतियों को पोषित करने की नीति, तानाशाही शासन की प्रवृति, कार्यपालिका और न्यायपालिका पर संपूर्ण नियंत्रण के कारण देश बर्बाद हो चुका है। मणिपुर पिछले ढाई महीने से जल रहा है और वहां पर अशांति का राज कायम है, लेकिन मोदी सरकार उत्तर पूर्वी राज्य की गंभीर स्थिति के प्रति तभी जागी जब राहुल गांधी ने मणिपुर का दौरा किया, शांति की सलाह देने के लिए मैतेई और कुकी विस्थापित लोगों से मुलाकात की, राज्य के राज्यपाल से भी मुलाकात की और उनसे राज्य में शांति और व्यवस्था लाने का अनुरोध किया. आम लोगों का जीवन बर्बाद हो गया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री और प्रधान मंत्री मोदी दोनों अशांत राज्य में शांति लाने के लिए प्रयास नहीं कर रहे हैं. यही वजह है कि वहां केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जानता में गहरा आक्रोश है.
दंगों पर काबू पाने में विफल रही सरकार
वहीं दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि दंगों में दो महिलाओं को नग्न करके दरिंदगी हुई उससे पूरे देश में रोष है। पिछले ढाई महीनों से अधिक समय से मणिपुर जल रहा है और बीजेपी की मणिपुर सरकार हिंसा और दंगों पर नियंत्रण पाने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब गरीबों की आवाज और इन पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो उसको दबाने का प्रयास किया जाता है, जो पूरी तरह से गलत है.