Delhi News: आज से छठ का महापर्व शुरू हो गया है. जहां एक तरफ छठ को लेकर श्रद्धालु इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं. वहीं दूसरी तरफ राजधानी दिल्ली में छठ पर्व को लेकर राजनीति भी गरमाई हुई है. बीजेपी (BJP) यमुना घाटों और छठ की तैयारियों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) पर हमला बोल रही है. वहीं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी (Anil Chaudhary ) ने छठ पर्व के दिन सार्वजनिक अवकाश दिए जाने की मांग की है.
दिल्ली सरकार करे सार्वजनिक अवकाश
अनिल चौधरी ने छठ पर्व के संध्या वाले दिन दिल्ली सरकार से सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि कांग्रेस की शीला सरकार ने दिल्ली में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा जैसे पूर्वाचंली राज्यों के प्रवासी निवासियों की आस्था को ध्यान में रखकर छठ महापर्व पर सार्वजनिक अवकाश की शुरुआत की थी. अब इसपर अरविंद केजरीवाल पूरी तरह असंवेनशीलता दिखा रहे हैं.
शीला दीक्षित ने की थी अवकाश की शुरूआत
अनिल चौधरी ने कहा कि साल 2010 में दिल्ली की शीला सरकार ने आबकारी नियम के 52वें नियमानुसार साल में 21 दिनों को ड्राई-डे नोटिफाई किया था. इसमें सभी धर्मों, महात्माओं को ध्यान में रखकर सभी दिनों और स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस को शामिल किया गया था.
अनिल चौधरी ने लिखा सीएम को पत्र
जबकि वर्तमान में केजरीवाल सरकार ने साल में केवल तीन ड्राई-डे कर दिए हैं. इस संबध में प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है. चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि राजनीति नफा-नुकसान से अलग हटकर केजरीवाल पूर्वांचल वासियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए छठ संध्या अर्घ वाले दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित करें. साथ ही इस दिन ड्राई-डे भी नोटिफाई किया जाए.